गढ़हारा : पूर्व मध्य रेलवे यूनियन कार्यालय परिसर, गढ़हारा में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन रविवार को कोलकाता से आये आचार्य वेदानंद शास्त्री आनंद की अमृतवाणी सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. उन्होंने कहा कि क्रोध मनुष्य के लिए सबसे बड़ा बाधक है.
ऐसे में मनुष्य को विषम परिस्थिति में भी क्रोध नहीं करना चाहिए. श्री शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से सभी प्रकार के दु:खों से मुक्ति मिलती है. कहा कि, भागवत कथा श्रवण करने के समय में किसी भी व्यक्ति को एकाग्रचित होकर मन को शांत श्रवण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुत्र से वंश की वृद्धि होती है, गति की नहीं.
कथा सुनने के लिए बरौनी रेलवे कॉलोनी स्थित ठकुरीचक, राजवाड़ा, बारो, गढ़हारा, बेगूसराय, सिमरिया, बीहट समेत आसपास से बड़ी संख्या में लोग प्रतिदिन पहुंच रहे हैं. कथा के आयोजन को सफल बनाने में संयोजक जीवानंद मिश्र, छोटू कुमार, आदित्य कुमार, अमित शर्मा, आरपीएफ इंस्पेक्टर सुशील कुमार, रंजीत कुमार सिंह, संजय कुमार, शिव प्रसाद यादव, नवीन पाठक आदि उपस्थित थे.