बरौनी (बेगूसराय) .बिहार राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा, पटना द्वारा आर्य समाज, बारो के अभंदानंद आश्रम में शुक्रवार को चार दिवसीय 79वां आर्य सम्मेलन का आयोजन किया गया. प्रथम सत्र में वैदिक परंपरा से यज्ञ ब्रrा, पटना से आये स्वामी नित्यानंद सरस्वती व संजय सत्यार्थी ने यज्ञ व हवन संपन्न कराया. इसमें श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. कार्यक्रम के दूसरे सत्र में आर्य विज्ञान एवं कवि संजय सत्यार्थी ने आर्य समाज एक आंदोलन विषय पर विचार रखा. आर्य समाज को मजबूत करने के लिए महर्षि दयानंद के विचारों को आत्मसात करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि अगर आर्य समाज परिवार और राष्ट्र को बचाना है, तो महर्षि दयानंद रचित व्यवहार भानू का स्वाध्याय कर उसे अपने जीवन में उतारें. जब तक व्यक्ति को व्यवहार का अंग नहीं बनाता, तब तक उत्थान संभव नहीं है. आज के ब्रrा श्री सत्यार्थी ने कहा प्रत्येक व्यक्ति को पंच महायज्ञ अपनाना चाहिए, जिससे घर में सुख व शांति स्थापित हो. महिलाओं के संदर्भ में ऋषि विचार को प्रस्तुत करते हुए वैदिक प्रवक्ता रामचंद्र समाज के क्रांतिकारी ने कहा कि माताओं को आर्य समाज के कार्यो में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए. समस्तीपुर से आये वैदिक भजनोपेदशक कपिल शर्मा ने कार्यक्रम के प्रथम दिन के मौके पर भजनों के माध्यम से मार्गदर्शन किया.
मुजफ्फरपुर से आये विदुषी वैदिक प्रवक्ता आशा भारती ने कहा कि महिला उत्थान व अधिकारों को दिलाने के लिए महर्षि दयानंद सरस्वती को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़़ी. कार्यक्रम क ो सफल बनाने में प्रधान रामदेव दास, मंत्री रविंद्र नाथ ठाकुर, संतोष कुमार, कैलाश ठाकुर, डॉ चंद्रशेखर, राजन आर्य, शिवजी आर्य, नवल किशोर साह, ओमप्रकाश आर्य, सुधीर आर्य, कैलाश आर्य सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे. मंच संचालन अरुण प्रकाश शर्मा ने किया.