बेगूसराय : बेगूसराय नगर निगम में डिप्टी मेयर राजीव रंजन अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे. इस तरह से पिछले एक माह से नगर निगम में डिप्टी मेयर पर अविश्वास प्रस्ताव का पटाक्षेप हो गया. दिन के ठीक 11 बजे डिप्टी मेयर पर लगाये गये अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर आयोजित विशेष बैठक में भाग लेने […]
बेगूसराय : बेगूसराय नगर निगम में डिप्टी मेयर राजीव रंजन अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे. इस तरह से पिछले एक माह से नगर निगम में डिप्टी मेयर पर अविश्वास प्रस्ताव का पटाक्षेप हो गया. दिन के ठीक 11 बजे डिप्टी मेयर पर लगाये गये अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर आयोजित विशेष बैठक में भाग लेने के लिए सभी पार्षद कार्यालय पहुंच गये.
11:30 बजे निगम की विशेष बैठक मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में शुरू हो गयी. इस मौके पर नगर आयुक्त कंचन कपूर के अलावा विधि-व्यवस्था को लेकर सदर एसडीओ जनार्दन कुमार भी उपस्थित रहे. निगम पार्षद वाल्मीकि यादव न्यायालय से अनुमति लेकर बैठक एवं मतदान में भाग लेने पहुंचे थे. बैठक में मेयर द्वारा डिप्टी मेयर पर लगाये गये कुर्सी बचाने में…
अविश्वास प्रस्ताव की जानकारी सदस्यों को दी. इसके बाद निगम में इस पर काफी देर तक बहस के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई.
डाले गये कुल 44 मत
डिप्टी मेयर पर लगाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मतदान की प्रक्रिया कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई. जिसमें वर्तमान डिप्टी मेयर राजीव रंजन के पक्ष में 25 एवं विपक्ष में 19 मत डाले गये. ज्ञात हो कि बेगूसराय नगर निगम में कुल 45 सदस्य हैं. इसमें महापौर उपेंद्र प्रसाद सिंह ने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया.
डिप्टी मेयर की कुर्सी बचने के बाद पार्षदों ने किया खुशी का इजहार
बेगूसराय नगर निगम में डिप्टी मेयर की कुर्सी बचने के बाद पार्षदों ने खुशी का इजहार किया. पूर्व में जब डिप्टी मेयर चुनाव जीते थे तो उन्हें 24 मत प्राप्त हुए थे. इस बार एक मत अधिक मिलने से डिप्टी मेयर खुद उत्साहित दिखायी पड़ रहे थे. पार्षदों का समर्थन मिलने के बाद डिप्टी मेयर राजीव रंजन ने कहा कि कुछ लोग विकास कार्य में बाधा डालना चाह रहे थे. जिसका पार्षदों ने जवाब दिया है.
मेयर ने भी दी डिप्टी मेयर को बधाई
अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे डिप्टी मेयर राजीव रंजन को मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह ने भी बधाई दी. इस मौके पर मेयर ने कहा कि राजीव रंजन पर जो आरोप लगाया गया था वह बिल्कुल बेबुनियाद है. उन्होंने कहा कि मेरी अनुपस्थिति में राजीव अगर अहम रोल नहीं निभाते तो निगम का 65 लाख रुपये का भुगतान हो जाता. नियम के विपरीत पटना में सभी कागजात मंगाकर चेक बनाया जा रहा था. चेक पर साइन होने से पहले ही राजीव रंजन ने भ्रष्टाचारियों का खेल बिगाड़ दिया था. जिस कारण उसके खिलाफ साजिश रची गयी.
क्या कहते हैं पूर्व मेयर
पूर्व मेयर संजय सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से सदन तक लड़ाई चली. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करनेवाले सदस्यों का आभार प्रकट किया.