कार्रवाई. घटना में शामिल एक अपराधी को लूट की रकम के साथ किया गिरफ्तार
महंत ने चकिया ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए दिया है आवेदन
एक दर्जन सशस्त्र अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
बीहट : चकिया ओपी क्षेत्र अंतर्गत सिमरिया घाट स्थित पंगू बाबा के राम-जानकी आश्रम में सोमवार की रात एक दर्जन सशस्त्र अपराधियों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया . इस दौरान अपराधियों ने आश्रम के लोगों से मारपीट भी की. और उन्हें अपने कब्जे में लेकर कमरे के अंदर घूस गये. वहां एक कमरे में रखे ट्रंक का ताला तोड़कर करीब एक लाख रुपये तथा सोने का एक लॉकेट लूट लिया. वहीं आश्रम के दूसरे कमरे में सो रही पंगू बाबा की शिष्या साठ वर्षीया राजकुमारी देवी के कनपट्टी पर पिस्तौल सटाकर बीस हजार रुपये लूटकर चलते बने. लूटपाट का विरोध करने पर आश्रम के नये उत्तराधिकारी बने 40 वर्षीय महंत विजय दास पर फायरिंग कर दी. जिसमें वे बाल-बाल बच गये. लेकिन चेहरे सहित अन्य जगहों पर बारूद के छीटें लगने से घायल हो गये
. मामले की जानकारी मिलते ही चकिया ओपी प्रभारी अजीत कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी लेते हुए घायल महंत विजय दास को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल भेज दिया.वहीं रात्रि में ही एफसीआइ ओपी प्रभारी ज्योति कुमार, एसआइ गौरी शंकर राम, एएसआइ राजेश कुमार के साथ मिल कर त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल अपराधी सिमरिया घाट बिंदटोली निवासी विजय महतो को लूट की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया.सूत्रों की बात मानें तो घटनास्थल से चकिया पुलिस को चार खाली खोखे भी मिले हैं. ज्ञात हो कि पंगू बाबा के रामजानकी आश्रम में पहले भी हो ऐसी घटना हो चुकी है.
महंत ने थाने को दिया है मामले का आवेदन :सिमरिया घाट स्थित पंगू बाबा के राम-जानकी आश्रम के नये महंत विजय दास ने चकिया ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है. आवेदन में उन्होंने पुलिस को बताया है कि सोमवार की रात्रि करीब 11:15 बजे दीवार फांद कर दस-बारह की संख्या में सशस्त्र अपराधी आश्रम के अंदर प्रवेश कर गये और आश्रम में सोने वाले सभी लोगों के साथ मुझे भी घेर लिया तथा मारपीट करते हुए लूटपाट करने लगे. विरोध करने पर एक अपराधी ने गोली चला दी,जिसमें वे बाल-बाल बच गये. पिस्तौल के बल पर एक कमरे में रखे ट्रंक का ताला तोड़कर करीब एक लाख रुपये तथा दूसरे कमरे में सो रही पंगू बाबा की शिष्या से बीस हजार रुपये लूट लिया तथा चार-पांच राउंड फायरिंग करते हुए गंगा घाट की ओर झाड़ी के रास्ते भाग निकले.
मूक-बधिर तक को नहीं छोड़ा : सशस्त्र अपराधियों के कहर से कोई नहीं बचा .बाबूबरही,मधुबनी से गंगा स्नान करने आये ठक्को दास,महेंद्र दास ने बताया कि अपराधी आते ही लाठी, डंडे और बंदूक के कुंदे से मारपीट करने लगे. आश्रम में रह रहे शंभु दास की कौन कहे मूक-बधिर राम प्रसाद दास के साथ भी मारपीट की. वहीं पंगू बाबा की शिष्या राजकुमारी देवी ने बताया कि उसके कनपट्टी पर पिस्तौल सटाकर एक अपराधी ने कहा पचसौइया ला,नय तो गोली मायर देबो.मारपीट नहीं करने की काफी आरजू-मिन्नत की लेकिन डकैतों ने उसकी एक नहीं सूनी और करीब एक घंटे तक तांडव मचाते रहे.