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सेहत पर पड़ रहा प्रतिकूल असर

गड़बड़ी. मिठाई व फलों में केमिकल का हो रहा खुलेआम प्रयोग शादी समारोह में लोगों को कई तरह का मिष्टान्न परोसा जाता है. घर में बनाये गये मिष्टान्नतो ठीक है. लेकिन बाजारों में मिलने वाले मिष्टान्न में मिलावट की शिकायत मिल रही है. ऐसे में लोग आये दिन लोग डीहाइड्रेशन के शिकार हो रहे है. […]

गड़बड़ी. मिठाई व फलों में केमिकल का हो रहा खुलेआम प्रयोग

शादी समारोह में लोगों को कई तरह का मिष्टान्न परोसा जाता है. घर में बनाये गये मिष्टान्नतो ठीक है. लेकिन बाजारों में मिलने वाले मिष्टान्न में मिलावट की शिकायत मिल रही है. ऐसे में लोग आये दिन लोग डीहाइड्रेशन के शिकार हो रहे है.
बांका : एक तरफ भीषण गरमी और लू चल रहा है, तो दूसरी ओर शहर में आये दिन खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट से लोगों के सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है.खास कर यह मौसम शादी विवाह का मौसम है. विभिन्न जगहों पर होने वाले शादी समारोह में लोगों को कई तरह का मिष्ठान परोसा जा रहा है. घर में बनाये गये मिष्ठान तो ठीक रहती है. लेकिन बाजारों में मिलने वाली यह फिर फरमाइसी मिष्ठान आदि में शिकायत की सूचना मिल रही है. ऐसे में आये दिन लोग डीहाइड्रेशन के शिकार हो रहे है. उल्टी व दस्त से लोगों की सेहत भी बिगड़ रही है. शरीर में कमजोरी के साथ- साथ उनकी कार्य क्षमता कम होने लगती है.
साथ ही कई बुजुर्ग व बच्चे इसकी चेपट में आ रहे है और कई घातक रोग के भी शिकार हो रहे है. जबकि जिले में इसकी जांच के लिए न तो फूड इंस्पेक्टर ही नियुक्त है और न ही खाद्य पदार्थ में मिलावट के जांच के लिए कोई जांच अधिकारी नियुक्त है.
फलों में हो रहा है कैल्शियम कारबाइड : मौसम में पहली बार शहर में बिक रहे फलों का राजा आम व लीची देखने और खाने में तो बहुत सुंदर लग रहा है. जिसे देखने के साथ ही लोग ऊंची कीमत देकर खरीद रहे है. लेकिन शायद ही लोगों को पता होगा कि इस मौसम में बिकने वाली आम व लीची में कारबाइड इस्तेमाल किया जा रहा है. जो कारबाइड स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. स्वास्थ्य विभाग की माने तो कारबाइड से पके हुए फल खाने से कैंसर की वजह बन सकती है. आम को पकाने के लिए जिस रसायन का इस्तेमाल किया जाता है उसे कैल्शियम कारबाइड के नाम से जाना जाता है. जो कैंसर के कारक का एक घातक रसायन है.
देखें परखे फिर खरीदे : बाजार में मिलावटी सामग्री की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. खास कर लगन के इस मौसम को देखकर मिलावटी सामान बेचने वालों भी मार्केट में बढ़ गये हैं. जहां मिठाई व अन्य खाने-पीने के व्यंजन में इस तरह के मिलावट हो रही है कि इसके सेवन से पेट सहित विभिन्न बिमारी से लोग ग्रसित हो रहे है. ऐसी में लोगों को मिठाई व अन्य सामग्री की जांच कर ही दुकानों से खरीदना चाहिए. इतना ही नहीं मसाला, हल्दी, दलहन, तेलहन, फल या खाद्यान्न में भी मिलावट हो रही है. इस मिलावटी सामान के उपयोग से कई तरह की बीमारी हो सकती है.
मिठाई दुकानदार ने बताया कि बूंदी की लड्डू बनाने में चना के बेसन में मैदा, चौरठ, मटर बेसन की मिलावट होती है. जबकि पनीर में आरा रोट, पेड़ा बनाने के लिए खोवा में सुज्जी, आरारोट के साथ अधिक चीनी मिलायी जाती है. खाद्यान्न कारोबारी का कहना है कि सरसों तेल में ड्रॉप्सी मिक्स किया जाता है. जिससे तेल में झांस तो बढ़ता है, लेकिन इसका असर काफी हानिकारक होता है. शुद्ध घी में वनस्पति तेल मिलाया जाता है. ये मिलावट घी धनबाद, कानपुर, ग्वालियर आदि स्थानों से मिक्स होकर आता है.
किराना दुकानदारों का कहना है कि दाल को सुरक्षित करने के लिए पोलिस किया जाता है और चावल में चमक लाने के लिए यूरिया मिलाया जाता है. व्यवसायियों ने बताया कि मिलावट सामान बेचने वाले कुछ दुकानदारों के कारण अन्य व्यवसायियों का भी कारोबार प्रभावित होता है.
सामान मिलावट
खोवा अधिक चीनी का प्रयोग
बूंदी के लड्डू खेसारी के बेसन
मिठाई केमिकल के साथ कई तरह के पाउडर
घी वनस्पति तेल
फलों कैल्शियम कारबाइड
सरसों तेल राइस ब्रॉन या सफेद तेल धनिया पाउडर
चना दाल खेसारी दाल
अरहर दाल स्टोन पाउडर
मूंग दाल स्टोन पाउडर
चावल यूरिया
हल्दी चावल के आटा में केमिकल साथ
मिर्च पाउडर लाल रंग
कतरनी चावल सोनम में सेंट के साथ

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