पानी नहीं, शहरवासी फेकते हैं कचड़ा
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चांदन व ओढ़नी नदी के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा
पानी नहीं, शहरवासी फेकते हैं कचड़ा सिंचाई में किसानों को हो सकती है परेशानी एमआरडी स्कूल के पीछे खेल मैदान में भी फेंका जा रहा है कचरा बांका : प्रधानमंत्री सिंचाई योजना हो या मुख्यमंत्री सिंचाई योजना, सरकार जितनी भी योजना किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए कर ले लेकिन अगर जिला प्रशासन […]
सिंचाई में किसानों को हो सकती है परेशानी
एमआरडी स्कूल के पीछे खेल मैदान में भी फेंका जा रहा है कचरा
बांका : प्रधानमंत्री सिंचाई योजना हो या मुख्यमंत्री सिंचाई योजना, सरकार जितनी भी योजना किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए कर ले लेकिन अगर जिला प्रशासन के कर्मठ व लोकप्रिय अधिकारी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आये तो उनके खेतों तक पानी कभी नहीं पहुंचेगी. कमोबेश यही हालात बांका में हो रहा है जहां अधिकारियों की मनमानी के कारण किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. नगर परिषद इस वक्त अपने कर्मियों को उन स्थानों पर लोगों के घरों की गंदगी डालने के लिए आदेश दिये है जहां पर गड्डे गुड्ढे बने हुए है.
क्या है मामला
नगर पंचायत अब नगर परिषद हो गया है. अब यहां के अधिकारी को लगता है कि वो ज्यादा जागरुक हो गये है. शहर के साफ सफाई के लिए दिन रात मेहनत कर रहे है. लेकिन इसका समापन वहां हो रहा है जहां पर किसी एक वर्ग को भारी क्षति हो रहा है. एक ओर जहां बांका की नदीयों से बालू का अत्यधिक दोहन होने पर जिला का जलस्तर नीचे चला गया है. वहीं दूसरी ओर शहर के चांदन व ओढ़नी नदी में बालू के बेतरतीव ठंग से हुए बालू उठाव से बने गड्डों को नगर परिषद के द्वारा शहर के सभी वार्डो से निकलने वाले कचरें को नदी के उन गड्डों में भरा जा रहा है. जिससे चांदन व ओढ़नी नदी का आस्तित्व पर खतरा मंड़रा रहा है. यानि उसे यह भी कह सकते है कि शहर के वार्डो के नाले से निकलने वाले गाद और कचरें को ठिकाने लगाने वाला स्थान नगर परिषद को आसानी से मिल गया है. नगर परिषद को नगर के कचरें को फेंकने के लिए इससे आसान व सुरक्षित कुछ भी नहीं है.
कहां-कहां फेंका जा रहा है कचरा
शहर से होकर बहने वाली जमुआ जोर, चांदन नदी व ओढ़नी से निकलने वाली सभी नहरों के आस पास नगर परिषद के वार्ड से निकलने वाले कचरे को लाकर भरा जा रहा है. उनके कर्मचारी बगैर किसी रोक टोक के उसे भर रहे है जिससे हजारों एकड़ की सिंचाई होती है. चांदन पुल, ओढ़नी पुल, ओढ़नी से निकलने वाली इदगाह के समीप, एमआरडी स्कूल के पीछे स्थित नदी व खेल मैदान में कचरा भरा जा रहा है. अगर यही हाल रहा तो जिला प्रशासन को शहर में जहां तहां फेंके जा रहें कचरें को दुबारा साफ करने के लिए अपना खजाना खाली करना पड़ेगा.
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