बाराहाट : प्रखंड के ढ़ोलिया गांव में पिछले पांच दिनों से एक महिला को ग्रामीणों ने आसरा देकर मानवता की मिसाल कायम की है. ग्रामीणों के मुताबिक, महिला पांच दिन पूर्व गांव में सड़क किनारे बैठी थी. गांव के ही कुछ बच्चे उसे तंग कर रहे थे. इतने में मोहम्मद तसलीम की नजर उस महिला पर पड़ी और उसने अपने परिजनों को बता कर महिला को अपने घर में आसारा दिया.
तब से लेकर ग्रामीण मिल कर उसके रहने और खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं. गुरुवार को भी ग्रमीणों ने उससे काफी पूछ-ताछ की. महिला अपना नाम साहबानो, गांव ओफा पूल बता पायी. इसके बाद वो कुछ नहीं बोल पायी. ग्रामीणों के मुताबिक, महिला उर्दू के साथ साथ अंग्रजी और हिंदी भली भांति लिख लेती है. महिला की उम्र करीब 30 साल है.
थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने गुरुवार को सदलबल गांव पहुंच कर ग्रामीणों से, उसे सुरक्षित अपने पास रखने की हिदायत दी. उसके परिजनों को सूचना देने की पहल करने की बात कही.