इस साल पिकनिक मनाने बौंसी पधारेंकई रमणीक व ऐतिहासिक स्थल कर रहे हैं आपका इंतजारमंदार पर्वत पर नववर्ष व मकर-संक्रांति में उमड़ती है लोगों की भीड़फोटो 9 बांका 25, 26 चांदन डैम की फाइल फोटो एवं 27 से 30 तक मंदार पर्वत की विभिन्न तसवीर प्रतिनिधि, बौंसीप्राकृतिक सौंदर्य एवं मनोहर वादियों से घिरे बौंसी प्रखंड में नववर्ष के मौके पर हजारों सैलानी सपरिवार घूमने व पिकनिक का आनंद लेने आते हैं. प्रखंड क्षेत्र में आधे दर्जन से अधिक रमणीक व पूजनीय स्थल हैं. जिनमें सबसे पहला स्थान मंदार पर्वत का है. जहां प्रखंड ही नहीं ,आसपास के जिलों के अलावे अन्य राज्यों के भी पर्यटक घूमने आते हैं. मंदार में दो दिन हैं खास मंदार पर्वत पौराणिक व ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है. अपने मनोहर वादियों के कारण जाना जाता है. यहां दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह से फरवरी के अंतिम सप्ताह तक अनवरत सैलानियों का आना जाना लगा रहता है. यूं तो मंदार में सालों भर सैलानियें का आना जाना लगा रहता है, लेकिन नये साल के प्रथम दिन व 14 जनवरी खास होता है. इस दिवस पर मंदार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु व सैलानी आते हैं. आसपास के जिलों के लोग विशेष रूप से मंदार पर सपरिवार पिकनिक मनाने आते हैं. डुबकी लगाने से मिलती है मुक्ति पापहरणी सरोवर में लीजिए नौका विहार का आनंदमंदार की तराई में स्थित पापहरणी सरोवर में मान्यता के अनुसार डुबकी लगाने से मुक्ति मिलती है. लोग यहां स्नान कर नये साल की शुरुआत करते हैं. इस सरोवर में पर्यटन विभाग द्वारा नौका विहार की व्यवस्था की गयी है, जिसका सैलानी आनंद उठाते हैं. मंदार में घूमने के लिए देखी अनदेखी दर्जनों गुफा हैं, जो सैलानियों को विशेष आकर्षित करते हैं. इन गुफाओं के अलावा सीताकुंड व शंख कुंड है. साथ ही मंदार में पालकालीन भग्नावशेष, मूर्तियों के टुकड़े सैलानियों के आकर्षण का केंद्र हैं.मनोहर वादियों से घिरा है लक्ष्मीपुर डैम लक्ष्मीपुर स्थित चांदन डैम प्रखंड मुख्यालय से 25 किमी दूर चांदन नदी के किनारे अवस्थित है. लक्ष्मीपुर डैम जलसंग्रह, प्राकृतिक संपदा एवं मनोहर वादियों से चारों ओर से घिरा हुआ है. प्रकृति व शांतिप्रिय लोग हजारों की संख्या में पिकनिक मनाने आते हैं. डैम के आसपास विशाल जगह है, जहां सैलानियों को पिकनिक मनाने में कोई परेशानी नहीं होती है. महर्षि मेंही आश्रम है दर्शनीय मनियारपुर का महर्षि मेंहीं आश्रम बौंसी से 12 किमी दूर डैम रोड में स्थित है. महर्षि मेंहीं आश्रम में दूर-दूर से घूमने के लिए सैलानियों की भीड़ जमा होती है. यहां भूमिगत साधना कक्ष, वन-विहार, फूलों की बगिया, शाही स्वामी भवन, सत्संग भवन आदि दर्शनीय हैं.पर्वत-श्रृंखला पर होता है वनभोज रतनसार की श्रृंखलाबद्ध पहाड़ी प्रखंड मुख्यालय से 17 किमी दूर दक्षिणी दिशा में बिहार झारखंड की सीमा पर है. इस पहाड़ी श्रृंखला की अपनी अलग ही पहचान है. पहाड़ियों के बीच से निकलती छोटी-बड़ी पानी की धारा व हरियाली हर किसी का मन मोह लेती है. बौंसी का मसूरी कहे जाने वाले रतनसार पहाड़ पर नये साल के अवसर पर वनभोज को काफी लोग आते हैं. मधुसूदन में अर्चना कर करें नये साल की शुरुआतमधूसूदन मंदिर व गुरुधाम बौंसी में प्रसिद्ध है. मंदार क्षेत्र के बौंसी स्थित मधुसूदन मंदिर में श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर नववर्ष प्रारंभ करते हैं. गुरुधाम आश्रम में भक्त श्यामाचरण लाहिड़ी के तपोस्थली में अपने गुरु को स्मरण करते हैं. आश्रम में दिनभर सत्संग व प्रवचन होता है. इसके अलावा भोली बाबा आश्रम, मेंहीं आश्रम बौंसी, सफाधर्म मंदिर मंदार आदि जगहों पर तो गुरुभक्तों का जमावड़ा रहता है. लोग अपने अाराध्य देव का आशीर्वाद ग्रहण करते हैं. ——————राजद कार्यकर्ताओं ने चलाया सदस्यता अभियान बौंसी. राजद द्वारा प्रखंड के गांवों में सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है. इसकी की जानकारी देते हुए प्रखंड राजद अध्यक्ष द्वीपनारायण यादव ने बताया कि इसको लेकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर करीब 30 हजार प्राथमिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही 10 दिसंबर को बांका के टाउन हाल में जिलास्तरीय सदस्यता अभियान की बैठक की जा रही है. इस बैठक में प्रदेश से नियुक्त जिला संगठन प्रभारी सह पीरपैंती विधायक रामबिलास पासवान और सहायक प्रभारी के रूप में इंजीनियर अशोक कुमार यादव भाग लेंगे. कार्यकर्ताओं से अपील की गयी है की भारी संख्या में वहां पहुंचे.
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इस साल पिकनिक मनाने बौंसी पधारें
इस साल पिकनिक मनाने बौंसी पधारेंकई रमणीक व ऐतिहासिक स्थल कर रहे हैं आपका इंतजारमंदार पर्वत पर नववर्ष व मकर-संक्रांति में उमड़ती है लोगों की भीड़फोटो 9 बांका 25, 26 चांदन डैम की फाइल फोटो एवं 27 से 30 तक मंदार पर्वत की विभिन्न तसवीर प्रतिनिधि, बौंसीप्राकृतिक सौंदर्य एवं मनोहर वादियों से घिरे बौंसी प्रखंड […]
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