बांका : बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से जिले के मध्यम वर्ग एवं निम्न वर्ग के उपभोक्ता काफी परेशान हैं. साथ ही इन उपभोक्ताओं पर विभाग की मनमानी की वजह से इन वर्गों के उपभोक्ताओं के ऊपर एकाएक करीब 12 माह से 24 माह के बिजली का बिल भेजा जा रहा है.
इससे यह उपभोक्ता हजारों की राशि में बिल देख कर घबरा रहे हैं. साथ ही यदि ये उपभोक्ता ससमय बिल का भुगतान नहीं करते हैं, तो उनका बिजली कनेक्शन भी विभाग द्वारा काटा जा रहा है. 18 से 24 माह में पहुंच रहा है बिजली बिल जिले के प्राय: सभी प्रखंडों में बिजली विभाग के द्वारा बिजली कनेक्शन लिए नये उपभोक्ताओं को प्रथम बिल ड़ेढ़ वर्ष से दो वर्ष के बीच विभाग के द्वारा दिया जा रहा है.
साथ ही उक्त बिल में राशि भी विभाग अपने मन से डाल कर भेज रहे हैं इतना ही नहीं विभाग के द्वारा उक्त बिल में जिस माह से बिजली उपभोक्ता जला रहे हैं तभी से बिल भेजने की अवधि तक के समय में प्रत्येक माह के बिल के राशि में बिल की राशि नहीं जमा करने पर विलंब शुल्क या ब्याज जोड़ कर भेजा जा रहा है. जिससे आम आदमी परेशान है.
हजारों उपभोक्ता परेशान: बांका प्रखंड क्षेत्र के रैनिया जोगडिहा पंचायत के विशनपुर, शंकरपुर, बैसा, असनी, मंजियारा, केनुआटीकर, बाघाकोल एवं बांका शहरी क्षेत्र के करहरिया, विजय भवन, बाबूटोला, विजय नगर, अलीगंज, कृष्णापुरी, मल्लिकटोला, आनंद कालोनी शांति नगर, नेहरू कॉलोनी सहित दर्जनों मुहल्लों एवं वार्डों के उपभोक्ता बिजली विभाग की लापरवाही के शिकार हो रहे हैं. जिसमें से अधिक तर उपभोक्ता बीपीएल धारी है.
करहरिया मोहल्ला निवासी कृष्ण प्रसाद साह ने बताया कि विगत आठ माह पूर्व बिजली का नया कनेक्शन लिया हूं लेकिन विभाग के लगातार चक्कर के बावजूद आज तक बिल नहीं मिल पाया है. वही विजय भवन निवासी कौशलेंद्र कुमार निर्मल ने बताया कि जुलाई 2014 में नया बिजली कनेक्शन लिया था लेकिन विभाग को बार बार आवेदन देकर बिल भेजने के लिए कह चुका हूं लेकिन विभाग के द्वारा 17 माह बित जाने के बाद भी अब तक बिल नहीं भेजा गया है.
यदि विभाग एक बार में 17 माह बिल हजारों में भेज देगी इसे आम उपभोक्ता कैसे भुगतान कर पायेंगे. इस पर जब वो उपभोक्ता पैसा विभाग में जमा नहीं कर पायेंगे तो इसके विपरीत बिजली विभाग कनेक्शन बिल नहीं जमा करने के कारण काट देगी. आखिर इसके लिए जिम्मेवार कौन उपभोक्ता या विभाग.बीपीएल कार्डधारी हैं परेशान: बिजली के नये कनेक्शन के लिए बीपीएल परिवारों को सरकार के द्वारा नि: शुल्क बिजली कनेक्शन दिया जाता है.
जिसमें मीटर, बोर्ड, तार एवं एलईडी वल्व एक परिवार को देय है. सरकार की यह योजना सिर्फ की यह योजना सिर्फ कागजों में ही है धरातल पर इसे लागू करने वाले अधिकारी एवं ठेकेदार इन गरीब उपभोक्ताओं को अपने कार्यालय एवं विभाग का इतना चक्कर लगवाते हैं कि बीपीएलधारी थक हार कर बैठ जाते हैं. वही जो बीपीएल धारी कनेक्शन लगाने वाले अधिकारी एवं ठेकेदारों को चढ़ावा देते हैं. उनके यहां फौरन मीटर लगा कर बिजली चालू कर दी जाती है.
वही बांका प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत विशनपुर के पंकज कुमार मिश्रा ने बताया कि मार्च 2014 में उनके द्वारा बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन विभाग को दिया गया था. विभाग के द्वारा ठेकेदार पप्पू खान एवं अनिल यादव को विभाग के द्वारा नये के तौर पर मीटर लगाने का निर्देश दिया गया लेकिन 21 माह बित जाने के बाद ही आज तक मीटर नहीं लगाया गया है.
विभाग में लगातार इनके द्वारा यह सूचना दी जा रही है अब तक मीटर नहीं लगा है बावजूद इसके विभाग उदासीन बना हुआ है. कहते हैं अधिकारी: इस संबंध में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता गौरव पांडे ने बताया कि वो इस तरह के सूचना से अनभिज्ञ हैं. मेरे पास जो भी उपभोक्ता शिकायत लेकर आयेंगे, उनका समाधान कराया जायेगा.