हर्षोल्लास के साथ हजारों लोग हुए शरीक
नि:संतान महिलाओं ने पोखर में किया स्नान
बौंसी:
बताया गया कि यहां नि:संतान मताओं को मलैया पोखर में मूर्ति विसजर्न के बाद आस्था का स्नान करने से संतान सूख की प्राप्ति होती है. अनेकों महिलाओं ने पोखर में स्नान किया. माता की मंिहमा अपरंपार है यहां 2021 तक पूजा कराने के लिए पहले से बुकिंग हो चुकी है. जानकारी के अनुसार प्रशासनिक स्तर से मंगलवार की रात्रि विसजर्न के लिए दबाव बनाया गया. लेकिन पूजा समिति के चाहने पर भी ग्रामीणों के विरोध के आगे एक न चली. गांव के लोग प्रत्येक वर्ष की भांति द्वादशी को विसजर्न के पक्षधर रहे. ग्रामीणों का कहना था कि दैविक प्रकोप का दंश हम ङोल नहीं सकते.
इस तरह जिला पुलिस प्रशासन ने चेतावनी भी दी कि 15 अक्तूबर को विसजर्न नहीं किया जाता है तो पूजा समिति सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज करा दी जायेगी. कुड़रो शक्ति पीठ दुर्गा प्रतिमा का विसजर्न बुधवार की रात्रि की गयी.
वहीं युवा नाट्य कला परिषद कुड़रो के सदस्यों ने प्रत्येक वर्ष की भांति 15-16 अक्तूबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें विनोद कुमार पांडेय, आचार्य ओमप्रकाश मिश्र के साथ ओंकार नाथ बंटी अनोज मिश्र, विनय झा, नंदन यादव एवं आलोक झा का कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य भूमिका रही. बता दें कि त्रयोदशी को विसजिर्त होने वाले साढ़ामोड़ दुर्गा मंदिर की प्रतिमा का विसजर्न मंगलवार को ही रात्रि में पुलिस बल द्वारा करा दिया गया. सुबह आसपास के गांव के लोगों ने सुना तो काफी आक्रोश जताया है. पिछले तीन दिनों से हो रही वर्षा के कारण आसपास गांव के अधिकांश लोग देवी दर्शन से वंचित रहे. भगेश्वरी मंदिर में भी प्रतिमा बुधवार सुबह विसजिर्त की गयी. पथरिया दुर्गा मंदिर के प्रतिमा का साज सज्जा अष्टमी पूजा को ही धू-धू कर जलने लगी. काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया जा सका है. इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.