इसी हालत में नीरज कुमार सहित अन्य परिजनों ने उन्हें सदर अस्पताल लाया जहां उनकी मृत्यु एक घंटे बाद हो गयी. जिस वक्त मरीज को अस्पताल लाया गया उस वक्त पूर्व में अस्पताल के डॉक्टर के साथ किये गये अभद्र व्यवहार को लेकर चिकित्सक ने योगदान देना बंद कर दिया था.
परिजनों का कहना था कि इलाज के अभाव में ही मरीज की मृत्यु हुई अगर इलाज किया जाता तो जान नहीं जाती. इस संबंध में सीएस डॉ जितेंद्र कुमार ने बताया कि महिला की मौत इलाज के अभाव में नहीं हुई है. अंतिम क्षण में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था. चिकित्सक द्वारा इलाज किया गया लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और उनकी मौत हो गयी.