इसी क्रम में सोमवार को बांका प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी भवन में कार्यरत स्थापना शाखा में इसकी जांच पड़ताल निगरानी के पुलिस निरीक्षक सुशील कुमार द्वारा की गयी. निगरानी सदस्य के द्वारा बांका नियोजन इकाई से बिंदु वार नियोजन से संबंधित कागजातों की मांग की गयी. इसमें 2006 से 2014 तक के नियोजन में बहाल शिक्षकों की संख्या, नियोजन इकाई वार प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की सूची साथ ही वर्तमान में कार्यरत शिक्षक जो वेतन प्राप्त कर रहे हैं.
उनका शैक्षणिक- प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र के साथ सभी प्रमाण पत्र, सभी नियोजन इकाई का अंतिम मेधा सूची एवं मास्टर डाटा सीडी में मंगलवार 26 मई तक कराने का निर्देश बांका स्थापना शाखा व नियोजन इकाई को दिया. मालूम हो कि जिले में वर्तमान में कुल कार्यरत शिक्षक लगभग छ: हजार है, जिसमें प्रारंभिक में 5040, माध्यमिक में 540 एवं उच्च माध्यमिक में 170 हैं. चल रहे नियोजन प्रक्रिया में जिला परिषद एवं नगर पंचायत के अभ्यर्थियों की जब टीइटी प्रमाण पत्र जांच करायी गयी, तो उसमें लगभग 90 प्रतिशत अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया.