इसमें से डेढ़ करोड़ की राशि की योजना की उपयोगिता का प्रमाण पत्र जमा करने के बाद ही दूसरी किस्त प्राप्त होनी थी. लेकिन, अब तक एक भी रुपये की उपयोगिता के प्रमाण पत्र जमा नहीं कराये गये हैं. नतीजतन, बाकी रुपये जिले को नहीं मिले. हालांकि, सांसद द्वारा 414 योजनाओं की अनुशंसा की गयी थी, जिसमें से विभाग द्वारा 266 योजनाओं का सर्वेक्षण कराया गया है. इसकी अनुमानित लागत 22 करोड़ रुपये है, जिसे प्राथमिकता निर्धारण व सहमति प्राप्ति के लिए सांसद को सूची भेजी गयी है. लेकिन, विभाग को अब तक सांसद की सहमति प्राप्त नहीं हुई है. नतीजतन, इस वित्तीय वर्ष में सांसद कोष से विकास के मद में एक रुपये भी खर्च नहीं किये गये.
शेष 41 योजनाएं जो भवन निर्माण से संबंधित है 15 मई तक पूर्ण किया जाना है. धोरैया विधायक मनीष कुमार के कोष से वित्तीय वर्ष 2013-14 का शेष 74 लाख व वर्तमान वित्तीय वर्ष 2014-15 के दो करोड़ सहित कुल 2 करोड़ 74 लाख में से एक करोड़ 30 लाख की राशि की अनुशंसा विधायक द्वारा नहीं करने से शेष रह गया. इनके द्वारा कुल 16 योजनाओं की अनुशंसा की गयी, जिसमें मात्र 5 योजनाएं ही पूर्ण हो पायी हैं. शेष योजनाएं भवन निर्माण से संबंधित हैं, जिसे विभाग 15 मई तक पूर्ण कराने का दावा कर रही है. बेलहर विधायक गिरधारी यादव के कोष से वर्ष 2013-14 के शेष 49 लाख व वर्तमान वित्तीय वर्ष के दो करोड़ में से कुल 47 योजनाओं की अनुशंसा की गयी थी.
इससे 35 योजनाएं पूर्ण हो चुकी है. शेष 12 योजनाओं के 15 मई तक पूर्ण कराने की बात विभाग कर रहा है. विधान पार्षद जावेद इकबाल अंसारी के दो करोड़ के कोटे से कुल 36 योजनाओं की स्वीकृति मिली. इसमें से 25 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, शेष 11 योजनाओं को 15 मई तक पूर्ण कराने की बात विभाग कर रहा है. विधान पार्षद मनोज यादव के विकास कोष से दो करोड़ में से 20 योजनाओं की अनुशंसा की गयी थी, जिसमें से विभाग ने सभी योजनाओं को स्वीकृति प्रदान करते हुए 8 योजनाओं के पूर्ण होने की पुष्टि की है. एक दर्जन शेष योजनाओं को 15 मई तक पूर्ण किया जाना है. विधान पार्षद एनके यादव यादव के 20 लाख के कोष में से 9 योजनाओं की अनुशंसा व स्वीकृति के बाद 5 योजनाएं पूर्ण हो चुकी है. शेष 4 योजनाएं 15 मई तक पूर्ण होनी है. विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह के 50 लाख रुपये विकास राशि में से 40 लाख में एक योजना ही पूर्ण हो पायी है, शेष मई में पूर्ण होना है.