बांका : मंडल कारा बांका में गुरुवार को जिलाधिकारी साकेत कुमार व एसपी डॉ सत्य प्रकाश ने कैदियों के बीच दरबार लगाया और उनकी समस्याओं को सुना. समस्याओं का मौके पर ही निष्पादन की कोशिश की गयी.
जिलाधिकारी ने कैदियों से कहा कि जिलाधिकारी होने के नाते उनकी समस्या को सुनना उनका कर्तव्य है. एसपी ने कैदियों से कहा कि उनको किसी प्रकार की परेशानी है, तो बता सकते हैं. इस संबंध में जिलाधिकारी ने सभी कैदियों से कहा कि उनको जेल के अंदर किसी प्रकार की समस्या है, तो वे खुल कर बता सकते हैं. जेल अधीक्षक या जेलर से डरने की कोई बात नहीं है.
जनता दरबार में सबसे ज्यादा आवेदन एसपी से संबंधित था, जिसमें कैदियों के परिवार को प्रताड़ित करने, विरोधियों द्वारा धमकी देने, मारपीट करने से जुड़ा था. कैदियों ने जिलाधिकारी को जो आवेदन दिये उसमें दो कैदियों के द्वारा सरकारी वकील उपलब्ध कराने की मांग थी. कैदियों ने कहा था कि उनके पास पैसा नहीं है, ताकि वह अपने मुकदमे की पैरवी करा सकें. वहीं कुछ कैदियों ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर बच्चों की शिक्षा की मांग की.
आवेदन में कैदी ने कहा कि विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों में उनके बच्चे का नामांकन नहीं हो पा रहा है. जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ आइसीडीएस के पास मामले को भेज कर नामांकन करवाने के आदेश दिये. जनता दरबार के दौरान करीब 55 आवेदन आये थे. इस दौरान कैदियों ने उनके सम्मान में स्वागत गान भी गाये. इस मौके पर जिलाधिकारी एवं एसपी, एसडीओ शिव कुमार पंडित, एसडीपीओ शशि शंकर कुमार, डीएसपी मुख्यालय पीएन उपाध्याय, जेल अधीक्षक नीरज कुमार, डॉ पी झा, डीपी शाही, भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.