* अभिजीत ग्रुप के 80 कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर आफत
* जिलाधिकारी से मिले परेशान कर्मचारी
बांका : अभिजीत पावर प्लांट, सीरीया बौंसी बांका में कार्य कर रहे करीब 80 कर्मचारियों को फरवरी माह से वेतन नहीं मिला है. उनके आयकर और भविष्य निधि खाता में भी छह माह से कंपनी द्वारा राशि जमा नहीं की गयी है. इससे उनके बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गयी. उनका भविष्य भी अधर में है.
अपनी इन समस्याओं को लेकर मंगलवार को करीब 75 अधिकारियों व कर्मियों का दल समाहरणालय पहुंचा. उन लोगों ने डीएम दीपक आनंद को अपनी समस्याओं से अवगत कराया. उन लोगों ने डीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा. उन लोगों का आरोप है कि देश में कोयला घोटाला का मामला उजागर होने के बाद से पावर प्लांट का निर्माण कार्य रुक सा गया है.
कर्मचारियों का आरोप था कि तंगहाली को लेकर उन लोगों ने कंपनी प्रमुख को भी पत्र लिखा. इस पर उनकी ओर से मई तक वेतन भुगतान का आश्वासन दिया गया. पर पैसे नहीं मिले. इससे वे लोग तनाव और हताशा में हैं. डीएम ने उन्हें कंपनी के वरीय अधिकारी को समस्या समाधान के लिए पत्र लिखने का आश्वासन दिया.
कर्मियों ने कहा कि अगर बात नहीं बनी, वे गुरुवार को आयुक्त (भागलपुर), श्रम आयुक्त, पटना सहित भविष्य निधि आयुक्त, रांची तक से मिल अपनी समस्या को रखेंगे. कर्मियों ने कहा कि कई लोग बाहर से आ कर काम कर रहे हैं, उनकी दशा और खराब है.
* पावर प्लांट का भविष्य अधर में
अभिजीत पावर प्लांट का निर्माण कार्य पिछले तकरीबन तीन-चार वर्षो से चल रहा है. कंपनी के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 27 हजार करोड़ रुपये की लागत से पावर प्लांट लगाया जाना है. कर्मियों का यह आरोप है कि कंपनी का कार्य वेतन भुगतान नहीं होने के कारण महीनों से ठप है. उस पर कंपनी के अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है.
* भूदाता भी संकट में
सीरीया बौंसी में पावर प्लांट का निर्माण कराये जाने के लिए आसपास के लोगों ने अपनी हजारों एकड़ जमीन दी थी. इसके बदले में मुआवजा भी कुछ लोगों को मिला था. जबकि कुछ लोग अब तक मुआवजा नहीं मिलने की बात कहते हैं. कुछ लोगों का कहना है कि कंपनी ने जमीन के बदले नौकरी की बात कही थी.