Advertisement
गरमी शुरू होते ही होने लगी पानी की दिक्कत
ईदगाह से पानी लाते हैं लोग औरंगाबाद सदर : गरमी शुरू होते ही पानी की किल्लत लोगों को महसूस होने लगी है. अब से ही चापाकल और बोरिंग में जलस्तर की दिक्कत होने लगी है. ऐसे में शहरवासियों के समक्ष भीषण गरमी में जलसंकट की समस्या उत्पन्न हो सकती है. नगर पर्षद क्षेत्र के वार्ड […]
ईदगाह से पानी लाते हैं लोग
औरंगाबाद सदर : गरमी शुरू होते ही पानी की किल्लत लोगों को महसूस होने लगी है. अब से ही चापाकल और बोरिंग में जलस्तर की दिक्कत होने लगी है. ऐसे में शहरवासियों के समक्ष भीषण गरमी में जलसंकट की समस्या उत्पन्न हो सकती है. नगर पर्षद क्षेत्र के वार्ड संख्या 17 अल्पसंख्यक बहुल इलाका है. यहां अभी से ही पानी की किल्लत लोगों को महसूस होने लगी है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड में सरकारी चापाकल व बोरिंग की बहुत आवश्यकता है. पूरे वार्ड के लोगों को पीने का पानी मयस्सर नहीं हो पाता है. अन्य जरूरी सुविधाओं की बात की जाये, तो वार्ड में बिजली, सड़क, नाली बनी है, पर पेयजल को लेकर लोग परेशान रहते हैं. पानी के लिए लोग त्राहिमाम करते रहते हैं. वार्ड के कलामी मुहल्ला, नावाडीह, जगजीवन नगर, केवानी मुहल्ले में सरकारी चापाकलों की कमी के कारण लोगों को ईदगाह जाकर पानी लाना पड़ता है. घर का एक सदस्य पानी की जरूरत पूरा करने के पीछे ही अपनी पूरी दिनचर्या गंवाता है. ऐसे में स्थानीय लोग कहते हैं कि पेयजल संकट पर नगर पर्षद गंभीर नहीं है और नगर पर्षद ने वार्ड में पेयजल की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की है.
घनी आबादी के बीच चल रहे दो-दो आरओ प्लांट : वार्ड 17 के कुछ लोगों की शिकायत है कि मुहल्ले में दो-दो आरओ प्लांट घनी आबादी के बीच चल रहे हैं. इन दोनों प्लांट में हर रोज बड़े पैमाने पर पानी की खपत होती है. साथ ही, ट्रीटमेंट के क्रम में काफी पानी बरबाद भी होता है. इसकी वजह से आसपास के लोगों के घरों की बोरिंग और चापाकल का लेयर भागने लगा है. हालांकि, वार्ड 17 के पार्षद सैयद अतहर हुसैन मंटो ने वार्ड के मुंशी मुहल्ले में जलसंकट को देखते हुए एक बोरिंग करायी है, जिसका लाभ मुंशी मुहल्ले के लोगों को मिल रहा है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
वार्ड में पेयजल की समस्या गंभीर है, पर वार्ड पार्षद ने मुंशी मुहल्ले बोरिंग करा कर लोगों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध करायी है, जिसका लाभ दर्जनों घर के लोगों को मिल रहा है. नगर पर्षद से और चापाकलों की आवश्यकता है. तभी जाकर पानी की दिक्कत का पूरी तरह समाधान हो सकेगा.
मो असलम, मुंशी मुहल्ला
वार्ड के कई लोग मुंशी मुहल्ला के बोरिंग पर आश्रित है. चार नल लगाये गये हैं, जिसे सुबह और शाम नियमित चलाया जाता है. मुंशी मुहल्ला के दूर के लोगों को पानी के लिए ईदगाह जाना पड़ता है. नगर पर्षद अगर चापाकल की व्यवस्था वार्ड के अन्य हिस्सों में कर दे, तो पेयजल की समस्या कम हो जायेगी.
मो कुद्दुस, मुंशी मुहल्ला
वार्ड में खुद के खर्चे से पेयजल की समस्या को देखते हुए लगभग एक लाख रुपये की लागत से मुंशी मुहल्ले में बोरिंग करायी. वार्ड का यह इलाका काफी कमजोर वर्ग के लोगों का इलाका है. सभी घरों में पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं है. नगर पर्षद से जितनी चापाकलों की अपेक्षा थी पूरी नहीं हुई. इस बार के नगर पर्षद चुनाव में एक मौका और मिले, तो वार्ड में पेयजल संकट पूरी तरह से दूर हो जायेगा.
सैयद अतहर हुसैन मंटो, वार्ड पार्षद, वार्ड संख्या 17
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement