औरंगाबाद (सदर) : जिला वस्तु उपभोक्ता विक्रेता संघ की कार्यकारिणी के सदस्यों की बैठक गुरुवार को व्यवसायी राजू प्रसाद गुप्ता के कार्यालय में हुई. इसमें व्यवसायियों ने विभिन्न समस्याओं पर चर्चा करते हुए सिगरेट पर वैट में वृद्धि से अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह को बढ़ावा मिलने पर चिंता व्यक्त किया.
व्यवसायियों ने कहा कि सिगरेट पर वैट की दर बढ़ाये जाने से अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद हो रहे है. व्यवसायी राजू प्रसाद ने कहा कि वैट दर बढ़ाने से तस्करों ने अंतरराज्यीय गिरोहों के जरिये दूसरे प्रदेशों से बिहार के विभिन्न जिलों में सिगरेट मंगवाने शुरू कर दिये है.
इससे सरकार को प्रतिमाह करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान तो हो ही रहा है. साथ ही इससे जुड़े व्यवसायियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जून 2012 में राज्य सरकार ने 13.5 फीसदी के वैट को बढ़ा कर 20 प्रतिशत कर दिया था. फिर अप्रैल 2013 में वैट दर को 20 से 30 प्रतिशत कर दिया गया.
इसके बाद 2013 में और 15 प्रतिशत अधिभार लागू कर दिया गया. इससे वैट का दर 13.5 प्रतिशत से बढ़ कर 34.5 प्रतिशत हो गया. उन्होंने कहा कि इससे अंतरराज्यीय तस्करों को अवैध कारोबार करने का मौका मिल रहा है.
सरकार की निंदा
बैठक में व्यवसायियों ने राज्य सरकार के द्वारा वैट दर वृद्धि की निंदा करते हुए कहा कि बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में सिगरेट पर मात्र 20 प्रतिशत का वैट लागू है. वैट दर की वृद्धि से व्यवसायियों को आर्थिक संकट ङोलना पड़ रहा है.
इसलिए सरकार इस पर गंभीरता से विचार करते हुए वैट वृद्धि में कटौती करे और तस्करों पर अंकुश लगाने की दिशा में कठोर कदम उठाये. बैठक में व्यवसायी जितेंद्र कुमार, रणविजय कुमार, गुड्डू कुमार, कृष्णा प्रसाद, संतोष कुमार, अनिल कुमार गुप्ता, राज कुमार लहेरी, विनय प्रसाद गुप्ता, संजीव कुमार आदि उपस्थित थे.