मध्याह्न् भोजन योजना में सतर्कता बरतें शिक्षक
औरंगाबाद (नगर) : जिले में लगातार तीन दिन से चापाकलों में जहर मिलाने से संबंधित आ रही अफवाह पर डीएम ने लोगों से ध्यान नहीं देने को कहा है. डीएम ने यह बातें मध्याह्न् भोजन योजना में सतर्कता बरतने को लेकर योजना भवन में आयोजित एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही.
डीएम ने शिक्षकों से कहा कि यदि वह छोटी सी सावधानी बरतेंगे, तो बड़ी घटना होने से रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि शिक्षक स्कूल जाकर पहले चापाकल की जांच करें और फिर 10 से 15 मिनट तक चापाकल को चालू रख कर पानी को बहाये. इस तरह का काम करने से यदि कोई खतरा होगा, तो वह भी टल सकता है.
मोबाइल नंबर होगा सार्वजनिक
उन्होंने कहा कि जो भोजन विद्यालय में बच्चों को देने के लिये बनाया गया है उसे पहले प्रधानाध्यापक व रसोइया चखे फिर 30 मिनट बाद बच्चों के बीच परोसे इससे घटना नहीं होगी. उन्होंने कहा कि चार से पांच चापाकल की निगरानी चौकीदार द्वारा किया जायेगा, जिसका मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया जायेगा.
मध्याह्न् भोजन योजना में जो जिस सामान का इस्तेमाल किया जाता है, उसकी खरीदारी वैसे दुकान से करे जहां उच्च गुणवत्ता का सामान बिकता हो. खास कर तेल की गुणवत्ता ठीक होनी चाहिए. डीएम ने यह भी कहा कि चावल को अच्छा से रख–रखाव करे. इसके लिये सभी विद्यालयों में सिडबीन उपलब्ध कराया गया है. किसी भी कीमत पर स्कूलों में कीटनाशक दवा नहीं रखना है. जिस स्कूल में किचन शेड नहीं है वहां शेड का निर्माण कराया जायेगा.
डीएम ने यह भी कहा कि जहां पर स्कूल का अपना भवन नहीं है उसको दो किलोमीटर के अंदर वाले स्कूल में शिफ्ट किया जायेगा. भूमि उपलब्ध होते ही भवन का निर्माण कराया जायेगा. शिक्षकों को किसी प्रकार की परेशानी होती है, तो इसकी सूचना डीइओ को दें. यदि किसी बच्च को उल्टी होने की शिकायत मिलती है, तो तुरंत उसे पानी में नमक डाल कर कर पिलाये.
पुलिस कर रही काम : एसपी
एसपी दलजीत सिंघ ने कहा कि शिक्षकों को अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. जिन लोगों द्वारा इस तरह का काम किया जा रहा है उनके विरुद्ध पुलिस काम कर रही है. शीघ्र ही उन लोगों को पकड़ा जायेगा.
चापाकल में जहर मिलाने की सूचना मिलने पर पहले जांच करे फिर थाने को सूचित करें. अभी तक जिले में जो मामला सामने आया है वह अफवाह है. फिर भी पुलिस जांच कर रही है.
कार्यशाला में डीइओ राम प्रवेश सिंह, मध्याह्न् भोजन पदाधिकारी सुधीर कुमार, शिक्षा विभाग के डीपीओ मिथिलेश कुमार, सईद अंसारी, विनय कुमार, डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार शुक्ला सहित सभी स्कूलों के शिक्षक व सीआरसी उपस्थित थे.