बैंक प्रबंधक भी घेरे में ,बीडीओ ने डीएम को कार्रवाई के लिए भेजा पत्र
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क्षेत्र के विकास के नाम पर बौर पंचायत में लाखों का हेरफेर !
बैंक प्रबंधक भी घेरे में ,बीडीओ ने डीएम को कार्रवाई के लिए भेजा पत्र एक ही योजना के नाम से दो अलग-अलग में खोले गये खाते एक में सरकार की ओर से अावंटित राशि जमा होती थी, तो दूसरे से ट्रांजेक्शन व निकासी औरंगाबाद कार्यालय : रफीगंज प्रखंड के बौर पंचायत में सात निश्चय योजना […]
एक ही योजना के नाम से दो अलग-अलग में खोले गये खाते
एक में सरकार की ओर से अावंटित राशि जमा होती थी, तो दूसरे से ट्रांजेक्शन व निकासी
औरंगाबाद कार्यालय : रफीगंज प्रखंड के बौर पंचायत में सात निश्चय योजना के तहत कराये गये कार्यों में लाखों रुपये का बंदरबांट किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस घोटाले में स्थानीय मुखिया राम स्वरूप सिंह,पूर्व पंचायत सचिव सूर्य दयाल राम के साथ-साथ मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के प्रबंधक की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. मामले का खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गयी सूचना से हुई है.
बौर पंचायत के वर्तमान पंचायत सचिव शिवपूजन साव ने दी गयी सूचना में स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना का दो खाता चल रहा है. पहला खाता सरकार के निर्देशानुसार इंडियन बैंक सिहुली रफीगंज में खोला गया है, जिसमें योजना की आवंटित राशि भेजी गयी और इसी योजना के नाम पर दूसरा खाता पूर्व सचिव सूर्य दयाल राम व मुखिया राम स्वरूप सिंह द्वारा मध्य बिहार ग्रामीण बैंक कजपा में खोला गया जो अवैध है. योजना की आवंटित राशि इंडियन बैंक से मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में ट्रांसफर कर दिया जाता है और उसी बैंक से राशि की निकासी कर योजनाओं का संचालन होता है,
जो नियमानुसार अवैध है. पंचायत सचिव ने यह भी कहा है कि मुखिया द्वारा जबर्दस्ती चेक पर हस्ताक्षर भी करवाया जाता है. इससे स्पष्ट होता है कि मुखिया ने अपनी दबंगई की बदौलत पंचायत में कार्य कराया. इधर आरटीआई कार्यकर्ता ने इस मामले की सूचना मुख्यमंत्री को भी दी है, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि बौर पंचायत के वर्तमान पंचायत सचिव शिव पूजन साव ने पत्रांक 07 दिनांक 17.2.2018 द्वारा खुलासा किया है कि मुख्यमंत्री सात योजना के नियमों का उल्लंघन कर करोड़ों रुपये का निकासी फर्जी बैंक खाते से की गयी है.
योजना के क्रियान्वयन के लिए विभागीय निर्देशानुसार पंचायत का एकल बैंक खाता खोलने का प्रावधान है, जिसकी अवहेलना कर बौर पंचायत में बिना स्वीकृति लिये फर्जी तरीके से बैंक खाता खोल कर करोड़ों की निकासी वरीय पदाधिकारी व बौर पंचायत के पूर्व सचिव सूर्य दयाल राम ,मुखिया राम स्वरूप सिंह, इंडियन बैंक और मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के प्रबंधक,तत्कालीन बीडीओ व अन्य अधिकारियों की देखरेख में किया गया है.
किस खाते से कितनी राशि की हुई निकासी
बौर पंचायत में सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन के लिए इंडियन बैंक सिहुली में खाता नंबर 6478818724 वर्ष 2016 में खोला गया था. खाता खुलने के बाद 6 जुलाई 2017 को मध्य बिहार ग्रामीण बैंक कजपा में 71050100156976 खाता खोला गया, जो बिना किसी पदाधिकारी के अनुशंसा से खोला गया था. सिहुली बैंक के खाते से 15.9.2017 को 1 करोड़ 50 लाख,10.11.2017 को 1 करोड़ 27 लाख का ट्रांसफर मध्य बिहार ग्रामीण बैंक कजपा के खाते में हुआ. इस खाते से मुखिया राम स्वरूप सिंह ने 5.9.2017 को 7 लाख 50 हजार और 7.9.2017 को भी 7 लाख 50 हजार की निकासी खुद की जो बैंक के स्टेटमेंट से पता चलता है.
बीडीओ ने कहा- कार्रवाई के लिए डीएम को भेजा पत्र
बौर पंचायत में सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन में जो मामला बंदरबांट का उभर कर सामने आया है,उसमें कहीं न कहीं बीडीओ गुलजारी लाल पंडित सवालों के घेरे में है. वार्ड नंबर 14 के सचिव रविंद्र यादव द्वारा मांगी गयी सूचना के आलोक में बीडीओ के मार्फत प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी ने 15 फरवरी 2018 को यह स्पष्ट किया गया कि जो बौर पंचायत में कार्य कराया जा रहा है वह सरकारी नियमानुसार है,
जबकि 17 फरवरी को उन्हीं के वर्तमान पंचायत सचिव शिव पूजन साव ने बौर पंचायत में कराये जा रहे कार्यों में पूरी तरह अनियमितता बरते जाने की सूचना देकर बीडीओ के झूठ से पर्दा उठा दिया है. इस संबंध में बीडीओ से पूछे जाने पर बताया कि बौर पंचायत में अनियमितता का मामला सामने आया है. वर्तमान मुखिया और पूर्व पंचायत सचिव पर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को सूचना दी गयी है. बहुत जल्द कार्रवाई होगी.
बौर पंचायत में सरकारी राशि की बंदरबांट व अनियमितता के संबंध में जब मुखिया राम स्वरूप सिंह के मोबाइल नंबर 9546160701 पर पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल लगातार बंद मिला.
सिर्फ 21 लाख का कराया ट्रांसफर: पूर्व पंचायत सचिव
बौर पंचायत के पूर्व पंचायत सचिव सूर्य दयाल राम ने अपने ऊपर लगे घोटाला के आरोप को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि कजपा बैंक में सिर्फ 21 लाख रुपये का ट्रांसफर कराया था. वार्ड सदस्यों ने अपनी सुविधा के अनुसार मुखिया को लिख कर कजपा बैंक में खाता खुलवाने की बात कही थी. जिसके आधार पर खाता खुलवाया गया और बीडीओ को इसकी सूचना दी गयी.
जिले का पहला ओडीएफ पंचायत है बौर
बौर जिले का पहला ओडीएफ पंचायत घोषित किया गया था. वर्ष 2017 के विकास यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री की यात्रा प्रस्तावित थी,लेकिन पूर्व सांसद श्यामा सिंह के निधन के कारण उनकी यात्रा स्थगित कर दी गयी थी.
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