अररिया : निश्चय यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री के जिला आगमन को लेकर निजी विद्यालयों में घोषित बंदी रही. मुख्यालय के सभी निजी विद्यालयों में इस दौरान ताला लटके रहे. इसे लेकर स्कूल प्रबंधन ने अपने छात्रों को पहले ही सूचना मुहैया करा दी थी. इसलिए छात्रों को इसे लेकर कोई परेशानी नहीं हुई. हालांकि इस तरह कोई लिखित आदेश जिला प्रशासन द्वारा जारी नहीं किया गया था.
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निजी स्कूल रहे बंद, सहरसा सुपौल यातायात भी प्रभावित
अररिया : निश्चय यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री के जिला आगमन को लेकर निजी विद्यालयों में घोषित बंदी रही. मुख्यालय के सभी निजी विद्यालयों में इस दौरान ताला लटके रहे. इसे लेकर स्कूल प्रबंधन ने अपने छात्रों को पहले ही सूचना मुहैया करा दी थी. इसलिए छात्रों को इसे लेकर कोई परेशानी नहीं हुई. हालांकि […]
इसके बाद भी स्कूल प्रबंधकों की मानें तो मुख्यमंत्री के सुरक्षा कारणों से प्रशासन के लोगों ने उन्हें विद्यालय बंद रखने का आग्रह किया था. कहा तो यह भी जा रहा है कि प्रशासन के लोग मुख्यालय की वैसी सड़क जहां से मुख्यमंत्री के काफिला को गुजरना था. इसके आस-पास अपना व्यवसाय संचालन करने वाले व्यवसायियों से अपनी दुकानें इस दौरान बंद रखने की अपील की थी. अपील का असर भी दिखा और बस स्टैंड एडीबी चौक व शहर के मुख्य चौराहे चांदनी चौक पर अवस्थित दुकानें देर दोपहर बाद ही खुले दिखे. इधर अररिया कॉलेज स्टेडियम में सीएम के चेतना सभा के आयोजन को लेकर सुपौल-सहरसा जाने वाले यात्रियों को भी दिक्कतें उठानी पड़ी.
दरअसल इस मार्ग के अधिकतर वाहनों का पड़ाव रानीगंज बस स्टॉप है. यात्री उक्त मार्ग की बसों पर सवार होकर यहीं से अपनी यात्रा आरंभ करते हैं. बस स्टॉप पर अनावश्यक भीड़ भाड़ से बचाने के लिए बसों के ठहराव को यहां प्रतिबंधित कर दिया गया था. ऐसे में सहरसा-सुपौल जाने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी. इन सारे प्रशासनिक कवायदों को मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था से जोड़ कर देखा जा रहा है. प्रशासन किसी सूरत में चयनित मार्गों पर लोगों के नाजायज मजमा को रोकना चाहता था. इस वजह से सुरक्षा के इन हथकंडों के इस्तेमाल की बातें सामने आ रही है.
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