अररिया : बिहार के अररिया जिले के बथनाहा गांव सहित आस-पास के लोगों को बंदर की तबाही से अब मुक्ति मिल गयी है. इस बदमाश बंदर का भय लोगों में हर समय रहता था.बताया जाता है कि बंदर पुरूषों को ताे काट लेता था लेकिन महिलाओं को नहीं काटता था.बल्कि उनसे छेड़छाड़ करता था, जिससे महिलाएं डरी हुयी थीं. वन विभाग पटना की टीम ने बंदर को ट्रेंक्यूलाइजर गन से घायल कर उसे कब्जे में लिया. फिर उसे बेतिया के घने जंगलों मे छोड़ दिया.
जानकारी के मुताबिक पकड़े जाने से पहले इस बंदर ने करीब डेढ़ सौ महिला और पुरूषों को निशाना बनाया था. बंदर ने बथनाहा सहित आस-पास के क्षेत्र में अपने कृत्य से तबाही मचा रखी थी. लोगों ने मामले की सूचना स्थानीय वन विभाग के अधिकारियों को दी. बंदर को पकड़ने की विभागीय पदाधिकारी और कर्मियों ने कोशिश भी की. मगरवह हाथ नहीं लगा. बाद में बथनाहा वन विभाग की टीम ने पटना वन विभाग की टीम से मदद मांगी. जिसके बाद पटना वन विभाग की टीम बथनाहा पहुंच कर कार्य को अंजाम दिया.
पटना वन विभाग की टीम ने ट्रेंक्यूलाइजर गन के द्वारा नशे के टेबलेट से बंदर को घायल किया और उसके बाद उसे बिहार के बेतिया के घने जंगल मे छोड़ दिया. टीम का कहना था कि बंदर पूर्व में पालतू होने और किसी फैमिली में रहते हुए परिवारिक औरतों के साथ छेड़खानी की. उसमें प्रवृत्ति आने की आशंका से इंकार नही किया जा सकता.