अररिया : मां की ममता की ना कोई कीमत लगा सकता है और ना उसका कर्ज अदा किया जा सकता है. इस तरह की बातें आमतौर पर समाजिक परिवेश में लोगों द्वारा चर्चा की जाती है. लेकिन समय के साथ इस ममता पर कलंक भी लगने लगा है. लगभग एक वर्ष पूर्व नगर थाना क्षेत्र के दियारी गांव के नगर के समीप दो वर्षीय एक लड़की की बरामदगी घने जंगल से तत्कालीन महिला थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी ने की थी. वह बच्ची अभी किसी दत्तक ग्रहण संस्था में है.
लगभग एक पखवाड़ा तक खोजबीन की गयी थी. लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था. मानवीय संवेदनाओं को झकझोर दिया था उस बच्ची ने. तब भी मां की ममता पर सवाल उठा था. ताजा मामले में आरती देवी अपने जिगर के टुकड़े को घर में बंद कर फरार हो गयी है. पति थाना में मामला दर्ज कराया है. बच्ची नैंसी को मां का इंतजार है. मां की ममता को कलंकित कर गयी आरती. वहीं सिकटी थाना क्षेत्र की बोकंतरी की रहने वाली देवयंती देवी भी है,
जो अपने बच्चे के अपहर्ता को स्वयं दबोच कर पुलिस के हवाले कर देती है. आंखों से टप-टप गिरते आंसू व चेहरे पर आक्रोश. देवयंती के अंदर मां की ममता को सामने ला रही थी. उसका पुत्र अमन कुमार का अपहरण एक रिस्तेदार ने ही महीनों पूर्व किया था.