अररिया : नयी उत्पाद नीति को लागू करने को लेकर उत्पाद विभाग विशेष तैयारी को अंतिम रूप देने का प्रयास कर रहा है. शराब नीति को सफल बनाने के लिए जिले में कई प्रकार का प्रयास जारी है. इस नीति के लागू होने से पूर्व ही उत्पाद विभाग की कार्यशैली में परिवर्तन स्पष्ट नजर आ रहा है.
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गांवों को नशामुक्त बनाने पर मिलेगा पुरस्कार
अररिया : नयी उत्पाद नीति को लागू करने को लेकर उत्पाद विभाग विशेष तैयारी को अंतिम रूप देने का प्रयास कर रहा है. शराब नीति को सफल बनाने के लिए जिले में कई प्रकार का प्रयास जारी है. इस नीति के लागू होने से पूर्व ही उत्पाद विभाग की कार्यशैली में परिवर्तन स्पष्ट नजर आ […]
इसी का परिणाम है कि जिले में अवैध शराब व्यवसायियों के विरुद्ध उत्पाद विभाग लगातार छापामारी अभियान चला रहा है. शराब पीते हुए पकड़े जाने पर पियक्कड़ों के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है. हालांकि मद्य निषेध को जिले में लागू करने के लिए शिक्षा विभाग से लेकर साक्षरता कर्मी, जीविका समूह से लेकर एनजीओ तक की भागीदारी को सुनिश्चित करने का प्रयास जारी है.
अभिभावकों को मद्यपान नहीं करने का संकल्प दिलायेंगे छात्र:
नशा मुक्त समाज के निर्माण में शिक्षा विभाग की जिम्मेवारी भी महत्वपूर्ण होगी. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मद्य निषेध को लेकर झांकी निकाली जायेगी. इसके साथ ही लोगों को मद्यपान नहीं करने की शपथ दिलायी जायेगी. विद्यालय में छात्रों को एक फॉरमेट उपलब्ध कराया जायेगा, जिसमें अभिभावक को शराब सेवन नहीं करने से संबंधित संकल्प का उल्लेख रहेगा. फॉरमेट को छात्र अपने अभिभावक से भरवा कर विद्यालय में जमा करेंगे.
नशा मुक्त समाज बनाने के एवज में मिलेगा पुरस्कार: नशा मुक्त समाज बनाने में जीविका समूह की भागीदारी को सुनिश्चित करने व उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी तय की गयी है. जानकारी अनुसार नशा मुक्त गांव बनाने वाले जीविका समूह को एक लाख रुपये तक का नकद पुरस्कार उत्पाद विभाग के अनुशंसा पर जिला पदाधिकारी के द्वारा दिया जायेगा. इस प्रक्रिया के तहत बीएसबीएल के द्वारा राशि का भुगतान किया जायेगा.
शराब बंदी की मुहिम से जुड़ने वाली निजी स्वयं सेवी संस्था या व्यक्ति को सफलता पूर्वक मुहिम चलाने के लिए भी पुरस्कार राशि दी जा सकेगी, लेकिन पुरस्कार राशि देने का विशेषाधिकार डीएम के पास सुरक्षित होगा.
रोज शराब पीने वाले मजदूरों वर्ग को है अपेक्षा: सरकार द्वारा मद्य निषेध को लेकर योजनाओं को क्रियान्वित करने का प्रयास जारी है. हालांकि दैनिक मजदूरी करने वाले लोग प्रतिदिन शराब पीते हैं, उनके शराब की लत को छुड़ाने के लिए उन्हें नशा विमुक्ति केंद्र में भरती किया जायेगा.
लेकिन इस बीच तीन से छह माह तक उनके परिवार के प्रतिपालन की जिम्मेवारी कौन उठायेगा. यह बड़ा सवाल है. ऐसे परिवार मुख्यमंत्री से 21 जनवरी को आयोजित होने वाले मद्य निषेध अभियान कार्यक्रम में अपने परिवार के प्रतिपालन की अपेक्षा भी पाले हुए हैं.
बोले उत्पाद अधीक्षक
उत्पाद अधीक्षक अजय कुमार सुमन ने बताया कि जिले में मद्य निषेध को सफलता पूर्वक लागू करने को लेकर विभागीय आदेश का पालन किया जा रहा है. जिले में देसी शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा, लेकिन नगर परिषद क्षेत्र में विदेशी शराब के बीएसबीसीएल के सरकारी दुकान संचालित होंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के 21 जनवरी के सीधे प्रसारण में उत्पाद विभाग अपनी कार्ययोजना को प्रस्तुत करेगा.
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