फाइल-13-अररिया की खबरें. केवीके में मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण समारोह आयोजित, सांसद थे मुख्य अतिथि किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाना कृषि विभाग की जिम्मेदारीकृषि व सहयोगी विभागों के बीच समन्वय जरूरीअररिया व जोकीहाट के विधायक के अलावा जिप अध्यक्ष ने की शिरकतअतिथियों ने किया मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरणकृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए सांसद तसलीमुद्दीन की हुई प्रशंसाफोटो-9- समारोह का उद्घाटन करते सांसद व अन्य फोटो:10- समारोह में उपस्थित किसान व अतिथि प्रतिनिधि, अररियाविश्व मृदा दिवस के अवसर पर जिला कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण समारोह में जहां विधायकों व अन्य अतिथियों ने जिले में केवीके की स्थापना के लिए समारोह के मुख्य अतिथि सांसद तस्लीमुद्दीन की प्रशांस करते हुए आभार जताया. वहीं सांसद ने कृषि विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी का एहसास दिलाते हुए कहा कि आर्थिक रूप से बदहाल किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाना विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी है. साथ ही इस अवसर पर उन्होंने रासायनिक खाद, विशेष रूप से यूरिया की कथित कालाबाजारी पर चिंता भी जतायी. समारोह के दौरान सांसद ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए विभाग को बधाई देते हुए कहा कि किसानों को खेती की नयी तकनीक से परिचय कराना विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है. ऐसा करना इबादत से कम नहीं. योजना बद्ध तरीके से लक्ष्य निर्धारित कर किसानों की बेहतरी के लिए काम करने की जरूरत है. किसानों की खुशहाली के लिए ठोस नीति बनाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि खेती बाड़ी के साथ साथ पशुपालन, बागबानी, मत्स्य पालन, मुर्गी व बकरी पालन आदि को भी जोड़ना होगा. कृषि की समेकित नीति बनानी होगी. इसके लिए सभी सहयोगी विभागों व संस्थाओं को समन्वय से काम करना होगा. पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्ष लगाने की भी वकालत उन्होंने की. दूसरी तरफ किसानों को जागरूक होने की सलाह देते हुए सांसद ने कहा कि समय व जरूरत के साथ खेती की तकनीक में बदलाव लाना होगा. वरना बड़े उद्योगपति खेती पर भी कब्जा कर लेंगे. वहीं खाद की कालाबाजारी की मिल रही खबरों का हवाला देते हुए उन्होंने भारत नेपाल सीमा के सटे क्षेत्रों में खाद बिक्री का लाइसेंस दिये जाने पर हैरत जताते हुए कहा कि इस से बॉर्डर पार खाद की तस्करी करने में आसानी हो रही है. विभाग व प्रशासन को चाहिए कि कालाबाजारी पर लगाम लगाये. वहीं उन्होंने पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी पर भी चिंता जतायी. जोकीहाट के विधायक सरफराज आलम ने भी किसानों को खेती की नयी तकनीक अपनाने का सलाह देते हुए कहा कि योजनाओं की जानकारी लेकर किसानों को खेती की पद्धति बदलनी होगी. उन्होंने कहा कि वो विकास के लिए हमेशा लड़ाई लड़ते रहें हैं. राज्य में महागठबंधन की सरकार है. वो भी उसी गंठबंधन के विधायक हैं. लेकिन जनता के मुद्दे पर वो अपनी सरकार से भी लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं रहेंगे.केवीके के अधिकारियों से उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर लगाया जाने वाला चौपाल या अन्य कार्यक्रम तभी सफल होगा जब जन प्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाये. उन्होंने केवीके की स्थापना के लिए के लिए सांसद का आभार जताया. जबकि अररिया के विधायक आबिदुर्रहमान ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है. जय जवान जय किसान पुराना नारा है. लिहाजा कृषि पर समुचित ध्यान दिये बगैर देश तरक्की नहीं कर सकता है.वहीं जिला परिषद अध्यक्ष शगुुफ्ता अजीम किसानों से जागरूक होने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें अपने हक व सुविधाओं के लिए खुद आगे आना होगा. योजनाओं की जानकारी लेनी होगी. बिचौलियों से भी दूर रहना होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि व संबंधित विभाग को चाहिए कि वो योजनाओं को सही ढंग से जमीन पर उतारें. किसानों को उचित मूल्य पर व समय पर खाद बीज मिले. तब ही किसानों की हालत सुधरेंगी.इस अवसर पर प्रो रकीब अहमद, व सांसद के पूर्व प्रतिनिधि केएन विश्वास ने कहा कि सांसद तसलीमुददीन धरती पुत्र हैं. उन्हें हर समय गरीबों, वंचितों व किसानों के विकास की चिंता सताती रहती है. कृषि के उत्थान के लिए ही उन्होंने वर्ष 2005 में केंद्रीय मंत्री रहते हुए जिले में केवीके की स्थापना करवायी. किसानों से खेतों की मिटटी जांच करवाने सहित नई तकनीक अपनाने का भी आह्वान किया गया. इस मौके पर डीडीसी अरशद अजीज,एसडीओ संजय कुमार के अलावा जिला कृषि पदाधिकारी, केवीके के समन्वयक आदि ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम का संचालन केवीके के वैज्ञानिक डॉ जावेद इद्रीस ने किया. केवीके द्वारा जारी तकनीकी विशेषांक पत्रिका का हुआ लोकार्पण फोटो:11-पत्रिका का लोकार्पण करते सांसद व अन्य प्रतिनिधि, अररियाशनिवार को केवीके में अंतरराष्ट्रीय मृदा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान केवीके द्वारा कृषि तकनीक पर आधारित खास पत्रिका का लोकार्पण किया गया. तकनीकी विशेषांक 2015 नामक पत्रिका का लोकार्पण क्षेत्र के सांसद मो तसलीमुद्दीन द्वारा किया गया. पत्रिका में केवीके ने कृषि संबंधी नयी तकनीकी जानकारियों को संकलित कर क्षेत्र के किसानों के लिए जारी किया गया है. कृषि संबंधी नयी तकनीक के उपयोग की विधि सहित इनके इस्तेमाल से किसानों को होने वाले लाभ पर स्थानीय केवीके वैज्ञानिकों की राय भी पत्रिका में दर्ज की गयी है. केवीके के वैज्ञानिक डा जावेद इदरिश ने बताया कि नयी पत्रिका में क्षेत्र के किसानों को नयी कृषि तकनीक के विशेष में जानकारी दी गयी है. मत्स्य पालन प्रशिक्षण का मिला प्रमाणपत्र फोटो:12- प्रमाण पत्र लेते किसान प्रतिनिधि, अररयिाकेवीके द्वारा संचालित मत्स्य पालन पर छह दिवसीय विशेष प्रशिक्षण में शामिल कृषकों के बीच प्रमाणपत्र का वितरण शनिवार को किया गया. अंतरराष्ट्रीय मृदा दिवस के मौके पर केवीके में आयोजित खास कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण में शामिल लोगों को सांसद मो तसलीमुद्दीन ने प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया. केवीके द्वारा एक दिसंबर से दिये जा रहे प्रशिक्षण में क्षेत्र के दस मत्स्य पालक किसानों ने हिस्सा लिया. मत्स्य वैज्ञानिक रवींद्र कुमार जलज की अगुआई में प्रशिक्षण का संचालन किया गया. प्रमाणपत्र पाने वालों में हसन जावेद, मो शरीफ, अजहर, सौकत सहित अन्य शामिल हैं. बेहतर कृषि पैदावार के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड जरूरी डीजल अनुदान की शेष राशि के जल्द वितरण का डीएओ ने दिलाया भरोसा प्रतिनिधि, अररियाबेहतर पैदावार के लिए जरूरी है कि फसल के हिसाब से खेतों का चयन किया जाय. मिट्टी के प्रकार पर ही फसल की पैदावार निर्भर करती है. केबीके में मृदा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मिट्टी के महत्व पर बोलते हुए जिला कृषि पदाधिकारी इंद्रजीत कुमार सिंह ने किसानों से ये बातें कही. उन्होंने कहा कि कौन सा खेत किस फसल के उपयुक्त है इसकी पहचान मात्र से फसल की पैदावार में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है. इसके लिए जरूरी है कि किसान मृदा जांच को प्राथमिकता दें. मृदा जांच से मिट्टी के आवश्यक तत्वों के सही अनुपात पता लगाना आसान होता है. इससे मिट्टी के आवश्यक तत्वों की कमी को पूरा कर बेहतर पैदावार लिया जा सकता है. डीएओ ने कहा कि मृदा जांच के लिए अब तक 4400 से ज्यादा नमूने लिये गये हैं. इसमें अब तक 2200 से अधिक मृदा कार्ड बन कर तैयार है. जिले में डीजल अनुदान की लंबित प्रक्रिया के बारे में डीएओ ने कहा कि जिले को डीजल सब्सिडी के रूप में राज्य से पांच करोड़ से ज्यादा की राशि प्राप्त हुई थी. इसमें से अब तक दो करोड़ से ज्यादा के अनुदान का वितरण किया जा चुका है. उन्होंने रबी फसल के तीन पटवन के लिये भी सरकार द्वारा घोषित डीजल अनुदान की राशि जल्द ही किसानों को उपलब्ध कराये जाने का भरोसा दिलाया. जिले में 15 दिसंबर से आरंभ होगा धान अधिप्राप्ति प्रतिनिधि, अररियाजिले के किसान आगामी 15 दिसंबर से विभिन्न पैक्सों के माध्यम से धान की बिकवाली कर सकेंगे. एसएफसी के मापदंडों के मुताबिक पैक्स द्वारा धान अधिप्राप्ति के लिए 15 दिसंबर के बाद का समय निर्धारित किया गया है. अंतरराष्ट्रीय मृदा दिवस पर केवीके में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये जानकारी डीडीसी अरशद अजीज ने दी. डीडीसी ने कहा कि सरकार ने धान अधिप्राप्ति के लिए सामान्य श्रेणी के लिए 1410 रुपये प्रति क्विंटल व उच्च किस्म के धान के लिए 1450 रुपये प्रति क्विंटल का दर निर्धारित किया है. उन्होंने कहा कि धान अधिप्राप्ति में बिचौलियों पर प्रशासन कड़ी नजर रख रहा है. उन्होंने किसानों को सीधे पैक्स के हाथों धान बेचने की सलाह दी. धान बेचने के लिए किसानों के पास एलपीसी, आइ कार्ड सहित जमीन सहित अन्य दस्तावेज की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए. डीडीसी ने कहा कि धान अधिप्राप्ति के लिए ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जिले में जारी है. ऑन लाइन रजिस्टर्ड किसानों से ही धान की खरीदारी किये जाने की बात डीडीसी ने समारोह में कही. लेखा समाधान की बैठक में व्यय प्रेक्षकों ने की प्रत्याशियों के व्यय पंजियों की जांचखर्च संबंधी लंबित व विवादित मुद्दों का हुआ निष्पादनलगभग चार दर्जन प्रत्याशियों के खातों की हुई समीक्षाआठ दिसंबर तक चलेगी प्रक्रिया प्रतिनिधि, अररियाविधान सभा चुनाव खत्म होने के बाद प्रत्याशियों के व्यय पंजियों की अंतिम जांच की सिलसिला शनिवार को शुरू हुआ. इसी क्रम में डीआरडीए सभा भवन में हुई लेखा समाधान की बैठक में चुनाव आयोग के दोनों व्यय प्रेक्षकों ने चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के विभिन्न व्यय पंजियों की समीक्षा की. बैठक के बाबत जिला व्यय अनुश्रवण कोषांग के नोडल पदाधिकारी सह जिला योजना पदाधिकारी प्रभात कुमार झा व अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में मुख्य रूप से चुनाव खर्च के लंबित व विवादित मुद्दों के निष्पादन के लिए समीक्षा की गयी. बताया जाता है कि बैठक में विधान सभा चुनाव लड़ने वाले सभी 74 प्रत्याशियों के बही खातों की जांच होनी थी. सबों को सूचना दी गयी थी.प्रथम दिन लगभग चार दर्जन प्रत्याशी या उनके अभिकर्ता पहुंचे. जांच का सिलसिला आठ दिसंबर तक चलेगा. बताया गया कि बैठक में प्रेक्षकों ने रजिस्टर एक व दो के अलावा सभी अभिश्रवों की जांच व्यय प्रेक्षकों ने की. बताया गया कि आठ दिसंबर को जांच समाप्त होने के बाद व्यय प्रेक्षक व जिला निर्वाचन पदाधिकारी अंतिम रिपोर्ट देंगे. बैठक में प्रेक्षक बीके चक्रवर्ती व केएस रामुवालिया के अलावा उप निर्वाचन पदाधिकारी भोला राम व अवर निर्वाचन पदाधिकारी अनिरुद्ध यादव भी उपस्थित थे.
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फाइल-13-अररिया की खबरें. केवीके में मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण समारोह आयोजित, सांसद थे मुख्य अतिथि किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाना कृषि विभाग की जिम्मेदारीकृषि व सहयोगी विभागों के बीच समन्वय जरूरीअररिया व जोकीहाट के विधायक के अलावा जिप अध्यक्ष ने की शिरकतअतिथियों ने किया मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरणकृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना के […]
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