अररिया : विश्व नि:शक्तता दिवस पर गुरुवार को बिहार शिक्षा परियोजना व सामाजिक सुरक्षा कोषांग ने संयुक्त रूप से उच्च विद्यालय अररिया में कार्यक्रम आयोजित किया. इसका उद्घाटन डीएम हिमांशु शर्मा ने किया. कार्यक्रम का प्रारंभ कस्तूरबा गांधी विद्यालय अररिया के छात्राओं ने स्वागत गान से किया.
डीएम ने अपने संबोधन में शिक्षा विभाग को इस तरह के कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि आज कई क्षेत्रों में नि:शक्तों ने अच्छा मुकाम हासिल किया है. उन्होंने नि:शक्त बच्चों के माता-पिता से उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि नि:शक्तों का आत्मविश्वास बढ़ाना उनके अभिभावकों की जिम्मेदारी है. उन्हें शिक्षा देना अभिभावकों की साझा जिम्मेदारी है. नि:शक्त बच्चों के लिए सबसे जरूरी है उनका आत्मबल बढ़ाना.
एक बार उन्हें यह एहसास हो जाय कि जो सब लोग कर सकते हैं, वह भी कर लेगा तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा. मौके पर उन्होंने कई स्मरण भी उदाहरण के तौर पर दिया. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति व बच्चा हर मुकाम पा सकता है, अगर उनका आत्मबल बढ़ाने का प्रयास करें. उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से नि:शक्तों के साथ सहयोग पूर्ण व्यवहार करने की अपील की. समारोह को डीपीओ स्थापना मनोज कुमार, डीपीओ एसएसए अब्दुर्रज्जाक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निदेशक अभय कुमार, रेड क्राॅस सोसाइटी के सचिव हंसराज प्रसाद ने भी संबोधित किया.
इस अवसर पर परियोजना व सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा नि:शक्त बच्चों के बीच ट्राइ साइकिल रेस, सैक रेस, जिलेबी दौड़, वैशाखी दौड़ व चित्रांकन प्रतियोगिता आयोजित किया गया. प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार वितरण किया गया. कार्यक्रम के प्रारंभ में विभिन्न प्रखंडों से पहुंचे स्कूली बच्चों ने परियोजना कार्यालय से प्रभात फेरी व जागरूकता रैली निकाली,
जो उच्च विद्यालय अररिया स्थित कार्यक्रम स्थल पर पहुंच कर कार्यक्रम में शामिल हो गयी. नि:शक्त बच्चों के साथ काफी संख्या में उनके अभिभावक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे. मौके पर डीपीओ गोपीकांत मिश्र, परियोजना के सहायक अभियंता सुबोध कुमार, शेखर आनंद, प्रेम कपूर, संभाग प्रभारी मो मोख्तार आदि उपस्थित थे.