अररिया : समाज में रिश्तों के डोर कमजोर पड़ने लगे हैं. पिता-पुत्री जैसे रिश्ते भी कलंकित हो रहे हैं. भाई-बहन जैसे संवेदनशील रिश्ते को तार-तार किया जाने लगा है. हैवानियत की पराकाष्ठा यह कि मासूम बच्ची के साथ गांव में भैया ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. इंसाफ न मिलने व पिता-परिजनों की फजीहत देख दुष्कर्म पीड़िता अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेती है.
वहीं पिता हवस की आग बुझाने के लिए बेटी तक को नहीं छोड़ रहा है. हाल के दिनों में इस तरह की घटनाओं ने सामाजिक ताना-बाना को झकझोर कर रख दिया है. समाज इन मामलों में खामोश हो जा रही है. भाभी अपने दो ननद को मानव तस्कर के हाथों बेच डालती है. केस स्टडी-एक नाबालिग रूपा कुमारी के भी अपने सपने होंगे.
उन सपनों को गांव के ही रिश्ते का भाई ने तार-तार कर दिया. समाज में मामला सामने आया. इंसाफ नहीं मिला. तब मामला थाना में आया. इस बाबत महिला थाना कांड संख्या 50/15 दर्ज किया गया. आरोपी पक्षों से मामला उठाने का दबाव बढ़ा. पिता व परिजनों की फजीहत देख पीड़िता ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. उसके सुनहरे सपनों को तार- तार करने वाला आरोपी फरार है. आखिर समाज उसे क्यों नहीं कानून के हवाले करता.
क्यों खामोश है समाज. इस तरह की वारदातों ने समाज में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को तार- तार कर दिया है. केस स्टडी-दो कल्पना कुमारी उम्र छह वर्ष अपने पड़ोसी के घर में बच्चों के साथ टीवी देख रही थी. शाम का समय था. गांव का ही एक कथित भैया आया. उसे गोद में उठा कर सुनसान जगह ले गया. भैया ने जो कुछ किया.
वह न सिर्फ रिश्ते को तार- तार किया बल्कि हैवानियत को पार कर गया. अररिया, भागलपुर फिर पटना तक इलाज. इस बाबत बौंसी थाना कांड संख्या 125/15 दर्ज किया गया है. आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. बच्ची का तीन माह बाद ऑपरेशन होगा. क्या मासूम के साथ इस तरह की घटना को अंजाम देने वाला इनसान कहला सकता है.
यह सवाल चर्चा में है. हालांकि इस घटना को पुलिस प्रशासन कानून से अलग हट कर मानवता के नाम पर पीडि़ता को मदद कर रही है. लेकिन समाज खामोश है. केस स्टडी- तीन भाभी व ननद का रिश्ता बेहद प्यारा होता है. मानसिकता में आयी गिरावट ने भाभी-ननद के रिश्ते को कलंकित कर दिया. मेला दिखाने के बहाने भाभी दो नाबालिग ननद को अपने मायके ले गयी.
फिर ट्रेन से उस दोनों ननद को उत्तर प्रदेश में मानव तस्करों के हाथ बेच डाली. वह वापस चली आयी. इस बाबत महिला थाना कांड संख्या 35/15 दर्ज कर कार्रवाई करते हुए भाभी को गिरफ्तार किया. उसके निशानदेही पर दोनों नाबालिग ननद को यूपी में बरामद किया गया. एक महिला मानव तस्कर इन दिनों काराधीन है. इन घटनाओं ने सामाजिक ताना-बाना को झकझोर कर रख दिया.
भाभी-ननद के स्नेहिल रिश्ते को कलंकित किया. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. केस स्टडी-चार पिता ने अपनी बेटी के साथ पहले दुष्कर्म किया. फिर उसे गला दबा कर मार डाला. उसे दफनाने के लिए घर में ही गड्ढा किया. गांव में घटना की सुगबुगाहट ने दरिंदे को पुलिस के हवाले किया. इस घटना ने पिता-पुत्री के रिश्ते को न सिर्फ कलंकित किया.
बल्कि गिरफ्तार पिता इंसान के तौर पर हैवान निकला. क्या इस तरह की घटनाओं से रिश्तों की बुनियाद नहीं हिल जा रही है. कानून सजा देगी. इस बाबत जोकीहाट थाना में कांड अंकित किया गया. केस स्टडी -पांच एक ही आंगन में कभी भाई-बहन बचपन में खेल-कूद करता होगा. लेकिन जब उम्र बढ़ा तो भाई ने हैवानियत की हद पार कर दी.
अपनी चचेरी बहन के जिस्म को तार-तार कर दिया. समाज में पंचायत हुई. फैसला नहीं हो पाया. पीड़िता को इंसाफ नहीं मिला. मामला महिला थाना आया. कांड संख्या 40/14 दर्ज किया गया. मामला अनुसंधान के दायरे में है. इसी तरह के मामले को ले महिला थाना कांड संख्या 24/15 दर्ज किया गया.
चचेरा भाई ने बहन की इज्जत लूटी थी. बहरहाल इस तरह की घटनाएं यह निश्चय ही बयां करती है कि समाज कमजोर पड़ता जा रहा है. सामाजिक ताना-बाना टूटता जा रहा है. जो दु:खद है.