12 वर्षों से सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी में मनाया जाता है देव दीपावली रंगोली बना कर एक हजार आठ दीप को प्रकाशित कर भगवान विष्णु की अाराधना की जाती हैवेदों की तलाश के लिए असुर संहार के उपलक्ष्य में मनाया जाता है देव दीपावली फोटो:11-ठाकुरबाड़ी में रंगोली बना कर दीप जलाते लोग. प्रतिनिधि, अररिया सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी में देव दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ लोगों ने मनाया. महिलाओं व कुमारी कन्याओं के द्वारा ठाकुरबाड़ी परिसर में रंगोली बना कर व 1008 दीप जला कर भगवान विष्णु की आराधना की गयी. सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी के मुख्य पंडित कृष्ण कांत तिवारी के द्वारा वर्ष 2002 से ही देव दीपावली पर्व को ठाकुरबाड़ी परिसर में मनाया जा रहा है. शास्त्रों में देव दीपावली मनाने का विशेष महत्व पर प्रकाश डालते हुए पंडित श्री तिवारी ने बताया कि शंखासुर व त्रिपुरासुर के आतंक से देवता त्रस्त थे. उन दोनों असुर के आतंक को समाप्त करने के लिए देवताओं ने शेष नाग की सय्या पर घोर निद्रा में सोये भगवान विष्णु को नींद से जगाने के लिए कार्तिक मास के एकादशी को उनकी प्रार्थना की. नींद से जागे भागे विष्णु ने शंखासुर का संहार किया.शंखासुर की मृत्यु के पश्चात उत्सव के रूप में मनाया जाता हैदेव दीपावली मनाने को लेकर पंडित श्री तिवारी ने बताया कि देवताओं से वेदों की छीन कर शंखासुर द्वारा समुद्र में छिपा दिया गया था. द्वादशी को भगवान विष्णु वेदों की तलाश में समुद्र पहुंचे. त्रयोदशी को भगवान विष्णु व शंखासुर असुर के बीच दो दिनों तक युद्ध चला चतुदर्शी को भगवान विष्णु ने शंखासुर का संहार कर वेदों को उसके बंधन से मुक्त कराया. कार्तिक मास के पूर्णिमा को भगवान विष्णु की आरती देवताओं के द्वारा उतारा गया. देवताओं के आराधना से खुश हो कर भगवान विष्णु ने कहा कि कार्तिक मास के पूर्णिमा को जो भी व्यक्ति मंदिर या अपने पूजा घर में दीप जलायेंगे उनके घर मां लक्ष्मी का वास होगा. कार्तिक मास को पावन मास की संज्ञा देते हुए पंडित श्री तिवारी ने बताया कि कार्तिक मास में भगवान विष्णु के मंदिर में 108 बार ऊं नमो भगवते का जाप शुभ फलदायक होता है. दृश्य होता है बड़ा ही मनोरम पूर्णिमा के अवसर पर सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी के द्वारा दीप की व्यवस्था विशेष रुप से की जाती है फिर भी लोगों द्वारा घरों से भी दीप लाया जाता है. रंगोली बना कर उसके अंदर दीप जलाने का दृश्य बड़ा ही मनोरम होता है. रंगोली बनाने में शामिल विष्णु गुप्ता, श्रृटि कुमारी, संध्या कुमारी, कंचन कुमारी, मोनी कुमारी आदि ने बताया कि रंगोली बनाने का काम अच्छा लगता है. जबकि कार्यक्रम को सफल बनाने में विष्णु गुप्ता, शिव कुमार गुप्ता, बेचन मंडल आदि सक्रिय रहते हैं.
BREAKING NEWS
12 वर्षों से सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी में मनाया जाता है देव दीपावली
12 वर्षों से सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी में मनाया जाता है देव दीपावली रंगोली बना कर एक हजार आठ दीप को प्रकाशित कर भगवान विष्णु की अाराधना की जाती हैवेदों की तलाश के लिए असुर संहार के उपलक्ष्य में मनाया जाता है देव दीपावली फोटो:11-ठाकुरबाड़ी में रंगोली बना कर दीप जलाते लोग. प्रतिनिधि, अररिया सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी में […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement