अररिया : छठ तो संपन्न हो गया. इसके लिए प्रशासन ने जो भी तैयारियां की हो पर नगर परिषद द्वारा की गयी तैयारियों पर अंगुली उठने लगी है. नगर परिषद के तीन वार्ड पार्षदों ने नगर परिषद की कार्य शैली पर जम कर प्रहार किया है. इतना ही नहीं नगर पार्षदों ने कहा है कि इसमें कोताही बरतने वाले कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाये.
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को लिखे गये पत्र में शिवपुरी वार्ड संख्या नौ के नगर पार्षद नरेंद्र कुमार शीतल ने कहा है कि नहर स्थित छठ घाटों पर घोषणा के बावजूद न तो लाइट लगाया गया और न ही महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम ही बनाया गया. इसके लिए उन्हें वार्ड वासियों के सामने जलील होना पड़ा. इसके साथ ही वार्ड संख्या 8, 9, 10, 15, 16 एवं 17 के पार्षदों की एक कमेटी बनती थी, जो कार्यों का निरीक्षण करते थे तथा ससमय कमियों को दूर कर लिया जाता था.
परंतु इस बार कोई व्यवस्था नहीं की गयी. इधर वार्ड संख्या 10 के वार्ड पार्षद परमानंद मंडल ने भी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिख कर कहा है कि नगर परिषद के कर्मियों के उदासीनता के कारण इस वर्ष छठ के मौके पर उनके वार्ड में नहर के किनारे बने छठ घाट पर न तो जेनेरेटर लाइट की व्यवस्था की गयी और न ही कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग कक्ष बनाया गया.
इसके कारण महिलाओं को काफी परेशानी हुई. साथ ही उन्हें भी लोगों से अपमानजनक बातें सुननी पड़ी. वार्ड संख्या 25 के नगर पार्षद कमाले हक ने भी कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिख कर शिकायत की है कि निर्णय के अनुसार छठ घाटों की न तो सफाई की गयी और न ही पथ प्रकाश की व्यवस्था की गयी. यह नगर परिषद के कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न खड़ा करता है. इसके लिए दोषी व्यक्तियों अथवा कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए.
नगर परिषद के कर्मियों के कारण उन्हें लोगों का कोपभाजन बनना पड़ा. कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारीइस संबंध में पूछे जाने पर कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार ने बताया कि शिकायत उनके पास पहुंची है. वे इसके लिए प्रतिनियुक्त कर्मियों से पूछताछ करेंगे. साथ ही इन शिकायतों के मद्देनजर जांच करायी जायेगी. इस मामले में जो भी कर्मी दोषी पाये जायेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी.