ग्रामीण बैंकों में हड़ताल को ले जिले में लगभग एक करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित होने का अनुमान है. मौके पर रिजनल कार्यालय के प्रबंधक ने बताया कि 11 सूत्री मांगों के समर्थन में एक दिवसीय हड़ताल की गयी है.
उनकी मांगों में ग्रामीण बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव का विरोध के साथ ही ग्रामीण बैंक के कर्मियों को पेंशन की सुविधा देने, पार्ट टाइम अथवा दैनिक भत्ता पर कार्यरत कर्मियों की सेवा नियमित करना, प्रायोजक बैंक के कर्मियों की तरह उन्हें हर प्रकार की सुविधा देना, ग्रामीण बैंकों में आउटसोर्सिग को बंद करना, बैंक में बहाल किये गये नये कर्मियों व अधिकारियों को अच्छा इंक्रीमेंट देना, मित्र कमेटी की रिपोर्ट का अनुमोदन रोकना, समरूप ढंग से कर्मियों व अधिकारियों को ग्रेच्युटी पेमेंट करना आदि शामिल है. मौके पर क्षेत्रीय प्रबंधक मो सैफ, अररिया शाखा के शाखा प्रबंधक मो शमीम, हयातपुर शाखा के शाखा प्रबंधक देवेंद्र प्रसाद गुप्ता, चंदरदेयी शाखा के शाखा प्रबंधक जितेंद्र प्रसाद, क्षेत्रीय कार्यालय के धीरेंद्र कुमार, अमित कुमार, सुदामा प्रसाद, तरौना भोजपुर शाखा के शाखा प्रबंधक नारायण प्रसाद, बैंक अधिकारी कुंदन प्रसाद के अलावा बैंक कर्मी विनोद चौधरी आदि उपस्थित थे.