अररिया : भद्रेश्वर गांव निवासी जागेश्वर मेहता अपने पुत्र की वजह से परेशान हैं. पुत्र ने उन्हें मृत घोषित कर बथनाहा स्थित अपनी पैतृक जमीन आइएचएचएस विद्यालय के निदेशक के हाथों बेच डाली. खास बात यह कि अंचल कार्यालय ने भी बिना उचित जांच पड़ताल किये जमीन का नामांतरण कर दिया.
मामले का खुलासा होने के बाद वृद्ध जागेश्वर मेहता ने नामांतरण के विरुद्ध अपील वाद संख्या 106/12-13 दायर किया. 15 फरवरी 2014 को डीसीएलआर कोर्ट फारबिसगंज ने उनके पक्ष में निर्णय दिया. इसके बावजूद विद्यालय प्रबंधन ने जमीन से कब्जा नहीं हटाया व समाहर्ता के न्यायालय में अपील संख्या 39/13-14 दायर कर दिया, जो अभी न्यायालय में लंबित है.
प्रभात खबर कार्यालय पहुंचे वृद्ध जागेश्वर मेहता ने बताया कि विद्यालय प्रबंधन सच्चाई को जान कर भी अनजान बना हुआ है और उन्हें परेशान कर रहा है. इस उम्र में खुद को जीवित बताने व हक की लड़ाई लड़ने समाहर्ता के न्यायालय में तारीख करने आना पड़ता है. उन्होंने रोते हुए बताया कि विद्यालय प्रबंधन जान बूझ कर जमीन हड़पने की नीयत से उन्हें परेशान कर रहा है. आखिरी सांस तक मैं अपने हक की लड़ाई जारी रखूंगा.
इधर आइएचएचएस के निदेशक के पति राकेश कुमार से उनके मोबाइल नंबर 9771354075 पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि मामला डीएम के कोर्ट में चल रहा है. कोर्ट से जो भी फैसला आयेगा. उन्हें वह मान्य होगा. जमीन अभी विद्यालय के कब्जे में है.