उन्होंने कहा कि आज पूरा लोकतंत्र भ्रष्टाचार की आगोश में चला गया है. केंद्र से लेकर राज्य तक की सरकारों में बैठे आपके नेता को आपकी चिंता नहीं है. लाखों किसान हर वर्ष मरते हैं. उनकी मौत का कारण उन पर कर्ज या आर्थिक तंगी के कारण अवसाद का शिकार होना है.
लाखों लोग विभिन्न बीमारियों के कारण हर साल मरते हैं. डॉक्टरों की मनमानी के कारण वे सही इलाज नहीं करवा पाते. नौकरशाह भ्रष्टाचार में डूबे हैं, तो लोकतंत्र के कथित सिपाही विधायक व सांसद अपनी दुनिया में मदमस्त हैं. उन्हें आम लोगों की चिंता नहीं है. राज्य में गिरती अर्थव्यवस्था व शिक्षा के लिए जन प्रतिनिधि जिम्मेवार हैं. यदि जन प्रतिनिधि सुधर जायें, तो सारा सिस्टम सुधर जायेगा. श्री यादव ने कहा कि पिछले दस वर्षो की तुलना करें, तो स्कूलों की अपेक्षा शराब की दुकानों की संख्या बढ़ी है. हर ओर भ्रष्टाचार और लूट का बोलबाला है. निजी स्कूलों में री एडमिशन व डेवलपमेंट के नाम पर अभिभावकों से हर साल राशि की उगाही की जाती है. तो गरीबों को इलाज के नाम पर जरूरत से ज्यादा जांच करायी जाती है और दवा लिखी जाती है.
गरीब पैसे के अभाव में अपनी जान दे देता है. सांसद ने कहा कि जिस आम आदमी ने वोट देकर जन प्रतिनिधि को चुना, वही जन प्रतिनिधि आज आम आदमी के शोषक हो गये हैं. उन्होंने कहा कि जब तक नर्सिग होम एक्ट लागू नहीं हो जाता, तब तक चिकित्सकों के विरुद्ध उनका आंदोलन जारी रहेगा. श्री यादव ने कहा कि देश चलाने की जिम्मेवारी आप पर है.
आप टैक्स देते हैं और आपके द्वारा दिये गये टैक्स से नौकरशाहों को वेतन मिलता है. फिर भी आप को सुविधाएं मयस्सर नहीं हैं. उन्होंने आंकड़ों के आधार पर कहा कि बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में सबसे पिछड़ा जिला अररिया और किशनगंज है. किसानों के चेहरे पर खुशी नहीं है. वे हर वर्ष कर्ज लेकर खेती करते हैं और खेती के बाद उनकी लागत वापस नहीं होती है. इसके कारण हर वर्ष हजारों किसान राज्य में अपनी जान दे देते हैं. किसान कर्ज लेकर खाद खरीदता है और फिर कर्ज चुका नहीं पाता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आज तकनीकी संस्थानों की कमी है. उन्होंने जन समूह से अपील की कि वे यदि ईमानदारी से उनका साथ दें, वह उनके हर विश्वास पर खरे उतरेंगे. मंच पर युवा शक्ति के जिलाध्यक्ष प्रिंस विक्टर, संयोजक त्रिलोक नाथ झा, महासचिव सुशील राही, हैदर यासिन उर्फ बाबा आदि मौजूद थे. वहीं कार्यक्रम में अररिया व किशनगंज से युवा शक्ति के कार्यकर्ता शामिल हुए.