अररिया: बिहार की लचर शिक्षा व्यवस्था, भ्रष्टाचार, लूट खसोट व सरकारी उदासीनता के विरुद्ध राज्यव्यापी चरणबद्ध आंदोलन के तहत अभाविप ने गुरुवार को अररिया महाविद्यालय परिसर में धरना दिया.
धरना का नेतृत्व अभाविप के नगर मंत्री शाहिल सौरव ने किया. मौके पर अभाविप के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो एमपी सिंह ने कहा कि सुशासन के स्व घोषित वर्तमान सरकार की शासन काल की उपेक्षापूर्ण व दिशाहीन शिक्षा नीति ने शिक्षा व्यवस्था को बदहाली के गर्त में पहुंचा दिया है. वर्तमान में बिहार की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गयी है, जिसे पटरी पर लाने के लिए अभाविप संघर्ष का शंखनाद कर चुकी है.
उन्होंने बताया कि 26 मार्च को अभाविप के सदस्य विधान सभा का घेराव करेगी. प्रो श्री सिंह ने बिहार में शिक्षा की बदहाली का उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य में प्राथमिकी व माध्यमिक शिक्षा की जर्जरता का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि 91 प्रतिशत विद्यालयों में बिजली की व्यवस्था, 95.05 प्रतिशत विद्यालय में कंप्यूटर शिक्षा, 17 हजार 500 विद्यालयों में शौचालय, आठ हजार से अधिक स्कूलों को अपना भवन, 90 प्रतिशत विद्यालयों में शुद्ध पीने का पानी की सुविधा न होना है. बिहार में अभी भी दो लाख से अधिक शिक्षकों की कमी है. इस मौके पर नगर अध्यक्ष प्रो अनिल मिश्रा, मनोज कुमार, अविनाश चौहान, दिवाकर झा, प्रिंस कुमार, बमबम कुमार व मोहतसीन ने भी संबोधित किया. धरना के बाद परिषद के एक शिष्टमंडल ने अररिया कॉलेज से संबंधित 10 सूत्री मांग पत्र अररिया महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मो कमाल को सौंपा.