रानीगंज : क्षेत्र के विभिन्न पंचायत में मेनिंगो इंसेफ्लाइटिस व अन्य गंभीर बीमारी से मरने वाले बच्चों के परिजन को दो माह बाद भी मुआवजा नहीं मिल पाया है. मुआवजा संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की घोषणा के बाद मृतक के आश्रितों को सूचित किया गया था, लेकिन अब तक पीडि़त परिजन को मुआवजा की जगह केवल आश्वासन मिल रहा है. उक्त बातें रविवार को प्रमुख जानकी देवी ने चिरवाहा रेहका में कही.
उन्होंने कहा कि मामले में प्रशासनिक अधिकारी से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी टाल-मटोल की नीति अपना रहे हैं. उन्होंने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में समय रहते समुचित इलाज की पहल हो, तो बच्चों की हो रही मौत रोकी जा सकती है. लेकिन अब तक न तो समुचित तौर पर इलाज की व्यवस्था की जा रही है और न ही बीमारी से मरने वाले बच्चों के आश्रितों को मुआवजा देने की पहल हो रही है.
उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी तौर पर चिकित्सा शिविर आयोजित करने की मांग की है. मालूम हो कि सितंबर में चिरवाहा रेहका में सात बच्चे व बसैटी में तीन बच्चों की मौत मेनिंगो इंसफ्लाइटिस से होने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयी थी. एसडीओ संजय कुमार ने पीडि़त परिजन से मुलाकात कर मुआवजा देने की घोषणा गांव में की थी. लेकिन अब तक घोषणा पूरी नहीं हो पायी है.
वहीं बीडीओ मधु कुमारी ने कहा कि मुआवजा वितरण से संबंधित संचिका जिला कार्यालय भेजी गयी है. वरीय पदाधिकारी के निर्देश प्राप्त होने पर मुआवजा वितरण कर दिया जायेगा.