पेंशन की राशि के लिए पीड़ित लाभुक लोक शिकायत निवारण कार्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन सामाजिक सुरक्षा कोषांग का अपना तर्क है और लाभुकों का अपना दर्द.
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पेंशन राशि की राह ताकते गुजर गये मो हेलालुद्दीन
पेंशन की राशि के लिए पीड़ित लाभुक लोक शिकायत निवारण कार्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन सामाजिक सुरक्षा कोषांग का अपना तर्क है और लाभुकों का अपना दर्द. अररिया : सामाजिक सुरक्षा की विभिन्न योजनाओं के तहत दिये जाने वाले पेंशन को लेकर जिले की स्थिति बहुत ही अजीबो गरीब है. कार्यालय की मानें तो लगभग […]
अररिया : सामाजिक सुरक्षा की विभिन्न योजनाओं के तहत दिये जाने वाले पेंशन को लेकर जिले की स्थिति बहुत ही अजीबो गरीब है. कार्यालय की मानें तो लगभग एक लाख 50 हजार लाभुकों को अप्रैल 2017 तक राशि का भुगतान हो गया है. वहीं दूसरी तरफ पेंशन राशि से वंचित लाभुकों की फेहरिस्त भी काफी लंबी है. बहुत सारे लाभुकों को पिछले डेढ़ दो साल से कोई राशि नहीं मिली है. आजिज आकर लाभुकों ने लोक शिकायत निवारण कार्यालय का दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया है. वैसे हालात बता रहे हैं कि कथित पारदर्शिता को लेकर अपनायी जाने वाली नयी तकनीकी व्यवस्था समस्या का एक बड़ा कारण बन रहा है.
नयी व्यवस्था की जानकारी देते हुए सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक घनश्याम रविदास बताते हैं कि लाभार्थियों का पूरा ब्योरा ई-लाभार्थी पोर्टल पर अपलोड किया जाता है. फिर एनआइसी के माध्यम से सारी जानकारी दिल्ली स्थित पीएफएमएस को भेजा जाता है. दस्तावेजों की छान बीन के बाद वहीं से स्वीकृति व अस्वीकृति का ब्योरा आता है. स्वीकृत लाभुकों को पेंशन की राशि उनके खातों में दी जाती है. बताया गया कि अस्वीकृत करने के कारण बैंक खाता व आधार आदि की कमी या त्रुटि आदि होती है. वांछित दस्तावेज जमा करने के बाद अस्वीकृत आवेदन स्वीकृत हो जाते हैं. सहायक निदेशक ने कहा कि अब अपलोड करने व त्रुटि दूर करने की व्यवस्था सभी प्रखंडों कार्यालय में शुरू हो चुकी है. राशि से वंचित लाभुक अपनी स्थिति की जानकारी प्रखंड कार्यालय से संपर्क कर ले सकते हैं.
विभागीय तर्क चाहे जो भी हो लेकिन ये भी सच है कि हजारों की संख्या में लाभुक पेंशन राशि से वंचित हैं. लाभुकों की मानें तो उन्होंने सारे आवश्यक दस्तावेज जमा कर दिये हैं. फिर भी सालों से उनके खातों में राशि नहीं पहुंची है.
सोमवार को अनुमंडल लोक शिकायत निवारण कार्यालय में आवेदन देने पहुंचे हयातपुर पंचायत के सदानंद ऋषिदेव, बिंदेश्वरी ऋषिदेव, हाजी मैनुद्दीन, कैलाश सिंह, उर्मिला देवी, चांदनी देवी बीबी मुन्नी, अफरोजा खातून आदि ने बताया कि लगभग डेढ़ साल से उन्हें वृद्धा पेंशन की राशि नहीं मिली है.
पंचायत के वार्ड सदस्य प्रतिनिधि जाबिर आलम व साजिद हुसैन ने कहा कि कोई भी अधिकारी फरियाद सुनने को तैयार नहीं है. प्रखंड कार्यालय में संपर्क करने पर केवल इतना कहा जाता है कि राशि मिलेगी. बताया गया कि एक लाभुक मो हेलालुद्दीन पेंशन राशि की राह तकते कते चार माह पहले गुजर गये.
प्रोसेस में समय लग रहा है
अप्रैल 2017 तक की राशि का भुगतान हो चुका है. अगर कुछ लाभुकों का पिछला कुछ बकाया रह गया है तो उसका भी भुगतान होगा, पर प्रोसेस में थोड़ा समय लग रहा है. पीएफएमएस द्वारा जिस क्रम में स्वीकृति मिलती है, उसी क्रम में राशि का भुगतान होता है.
घनश्याम रविदास, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग
विभागीय दावा
पेंशन लाभार्थियों की संख्या- 1,75,240
पीएफएमएस स्वीकृत- 1,58,999
अस्वीकृत- 5070
राशि भुगतान- 1,49,681
समस्या- जिन लाभुकों के आवेदन आधार कार्ड या बैंक खाता के अभाव के कारण पीएफएमएस द्वारा अस्वीकृत किये जाते हैं, उन्हें इसकी जानकारी देने की कोई व्यवस्था नहीं है. लाभुकों को यह जानकारी तब ही मिलेगी जब वे संबंधित प्रखंड कार्यालय जा कर पता करें.
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