गांव के ही केदार पासवान और लौकी महतो के बीच जमीन पर कब्जे को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था. इसी विवादित जमीन की नापी करने सीओ वीरेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे थे. पहले दोनों पक्षों द्वारा नापी कराये जाने पर सहमति कर दी गयी थी. केदार पासवान के आवेदन पर नापी करवाने पहुंचे अंचलाधिकारी अपने कर्मियों को नापी का आदेश देकर वहीं पर बैठे हुए थे. नापी हो रही थी कि दूसरे पक्ष द्वारा फायरिंग कर दी गयी. अचानक हुई फायरिंग से वहां भगदड़ मच गयी. जमीन की नापी का काम बीच में ही रोक दिया गया और सीओ अपने कर्मियों के साथ वहां से निकल भागे. बताया जाता है कि केदार पासवान द्वारा 2015 में एक एकड़ 89 डिसमिल जमीन की खरीदारी की गयी थी. जमीन का मालिकाना हक दोनों पक्ष द्वारा किया जा रहा था. घटना की पुष्टि करते हुए घोसवरी थानाप्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि देर शाम तक सीओ द्वारा किसी प्रकार का लिखित आवेदन नहीं दिया गया है.
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दुस्साहस: विवादित जमीन की मापी करने गये थे टीम के साथ सीओ, घोसवरी में सीओ पर फायरिंग
मोकामा: विवादित जमीन की नापी करने पहुंचे घोसवरी सीओ को उस वक्त जान बचा कर भागना पड़ा जब अपराधियों ने पंद्रह राउंड फायरिंग कर दी. दरअसल शुक्रवार को घोसवरी अंचलाधिकारी वीरेंद्र कुमार घोसवरी अंचल के ईशानगर गांव में विवादित जमीन की नापी करने पहुंचे थे. गांव के ही केदार पासवान और लौकी महतो के बीच […]
मोकामा: विवादित जमीन की नापी करने पहुंचे घोसवरी सीओ को उस वक्त जान बचा कर भागना पड़ा जब अपराधियों ने पंद्रह राउंड फायरिंग कर दी. दरअसल शुक्रवार को घोसवरी अंचलाधिकारी वीरेंद्र कुमार घोसवरी अंचल के ईशानगर गांव में विवादित जमीन की नापी करने पहुंचे थे.
गांव के ही केदार पासवान और लौकी महतो के बीच जमीन पर कब्जे को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था. इसी विवादित जमीन की नापी करने सीओ वीरेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे थे. पहले दोनों पक्षों द्वारा नापी कराये जाने पर सहमति कर दी गयी थी. केदार पासवान के आवेदन पर नापी करवाने पहुंचे अंचलाधिकारी अपने कर्मियों को नापी का आदेश देकर वहीं पर बैठे हुए थे. नापी हो रही थी कि दूसरे पक्ष द्वारा फायरिंग कर दी गयी. अचानक हुई फायरिंग से वहां भगदड़ मच गयी. जमीन की नापी का काम बीच में ही रोक दिया गया और सीओ अपने कर्मियों के साथ वहां से निकल भागे. बताया जाता है कि केदार पासवान द्वारा 2015 में एक एकड़ 89 डिसमिल जमीन की खरीदारी की गयी थी. जमीन का मालिकाना हक दोनों पक्ष द्वारा किया जा रहा था. घटना की पुष्टि करते हुए घोसवरी थानाप्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि देर शाम तक सीओ द्वारा किसी प्रकार का लिखित आवेदन नहीं दिया गया है.
एएसपी ने की मामले की जांच
ईशानगर गांव में फायरिंग की घटना के बाद सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी घोसवरी पहुंचे. एएसपी ने ईशानगर गांव का दौरा किया.सीओ से घटना को लेकर पूछताछ की तथा अन्य ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली. एएसपी ने अपराधियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिया है. थानाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया कि दोषियों की पहचान की जा रही है तथा घटना में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.
सीओ की सक्रियता से टला बड़ा हादसा
सीओ वीरेंद्र कुमार की सक्रियता से एक बड़ी घटना शुक्रवार को टल गयी. सीओ को पहले से ही तनातनी की आशंका थी और इसलिए जमीन की नापी के लिए अंचल निरीक्षक और राजस्वकर्मी को भेजने की बजाय वह खुद गये थे. सीओ अपने साथ अंचल गार्ड के चार जवानों को भी ले गये थे. हालांकि, सीओ को भी इतनी बड़ी घटना की उम्मीद नहीं थी, वरना थाने से पर्याप्त पुलिस बल लेकर ही जाते. सीओ ने बताया कि दोनों पक्षों को लेकर विवाद को देखते हुए पहले से थोड़ी बहुत तनातनी चल रही थी और इसलिए अंचल कर्मियों की पूरी टीम और एक सेक्शन अंचल गार्ड लेकर वहां नापी के लिए गये थे. दोनों पक्षों में तनातनी शुरू होते ही उन्होंने अंचल गार्ड के जवानों को आगे किया और दोनों पक्षों को अलग किया. हालांकि, दूसरा पक्ष नापी के लिए तैयार नहीं हो रहा था. बार- बार बुलाने पर भी दूसरा पक्ष नापी के लिए नहीं आया.गांव के बाहरी हिस्से से एक के बाद एक लगातार गोलियां चलने लगीं, तो उन्होंने अंचल गार्ड के जवानों को साथ लेकर कार्रवाई शुरू की.
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