Advertisement
बिहार परचा लीक आयोग : दो घंटे, 70 सवाल, अधिकतर समय सुधीर कुमार या तो खामोश रहे या फिर टालते रहे
फुलवारी जेल में आइएएस सुधीर कुमार से हुई पूछताछ पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसअाइटी सोमवार को फुलवारी जेल पहुंची थी. पेपरलीक कांड में गिरफ्तार किये गये सुधीर कुमार से एसआइटी ने पूछताछ की. इस दौरान एएसपी राकेश दूबे और जिला नियंत्रण कक्ष के प्रभारी दंडाधिकारी के सामने पूछताछ की गयी. सूत्रों कि […]
फुलवारी जेल में आइएएस सुधीर कुमार से हुई पूछताछ
पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसअाइटी सोमवार को फुलवारी जेल पहुंची थी. पेपरलीक कांड में गिरफ्तार किये गये सुधीर कुमार से एसआइटी ने पूछताछ की. इस दौरान एएसपी राकेश दूबे और जिला नियंत्रण कक्ष के प्रभारी दंडाधिकारी के सामने पूछताछ की गयी. सूत्रों कि मानें, तो सुधीर कुमार से कुल 70 सवाल पूछे गये. ज्यादातर सवालों पर सुधीर कुमार या तो खामोश रहे या फिर टालते रहे. पूरे दो घंटे उनसे तमाम जानकारी ली गयी. अब यह जवाब एसआइटी कोर्ट को सौंप देगी. सुधीर कुमार से किये गये कुछ सवाल.
-बीएसएससी का पेपर किस प्रोफेसर से सेट कराया गया?
फुलवारी जेल में दोपहर में पहुंची एसआइटी ने सुधीर कुमार से पूछा कि बीएसएससी का पेपर सेट करने के लिए किस प्रोफेसर को जिम्मेदारी दी गयी थी. उन्हें यह भी बताया कि उन्होंने जिस प्रोफेसर का नाम पहले बताया था वह गलत निकला है. इसलिए सोच समझ कर जवाब दें. सुधीर कुमार ने क्या जवाब दिया, इसका खुलासा अभी एसआइटी ने नहीं किया है. एसआइटी का कहना है कि सबकुछ कोर्ट को सौंपना है.
-बीएसएससी का पेपर आपके भांजे के व्हाट्सएप पर कैसे पहुंचा?
एसआइटी ने पेपरलीक से जुड़े सवाल के बारे में सुधीर कुमार से पूछा? उनसे पूछा गया कि आखिर प्रश्न पत्र उनके भांजे के पास कैसे पहुंचा? अाप पर आरोप है कि आपने ही पेपर मुहैया कराया था. क्या कहना है आपका.
-अनंतप्रीत सिंह बरार को काम देने से पहले एग्रीमेंट हुआ या नहीं?
बीएसएससी मामाले में इवैल्युएटेर अनंतप्रीत सिंह बरार को काम देने से पहले एग्रीमेंट समेत अन्य विभागीय प्रक्रिया पूरी की गयी थी या नहीं. इससे पहले कब-कब उसे काम दिया गया था. कितने का काम दिया गया था. ऐसे तमाम सवाल किये गये हैं.
-अनंतप्रीत सिंह, विनीत अग्रवाल से कब से हैं संबंध?
सुधीर कुमार के मोबाइल फोन के सीडीआर से कुछ खास जानकारी मिली थी. इसमें यह पता चला था कि सुधीर कुमार की अनंतप्रीत सिंह बरार, प्रिंटिंग मशीन के मालिक विनीत अग्रवाल से आपस में खूब बात होती थी. इस संबंध में भी पूछताछ हुई है. लगातार बात करने का कारण, कब से संबंध थे. ऐसे सवाल किये गये.
पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसअाइटी ने सोमवार को निगरानी-1 के विशेष कोर्ट में 18 अभियुक्तों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया है. एसआइटी ने मामले से संबंधित दस्तावेज बड़े पैमाने पर कोर्ट को सौंपे हैं.
जिनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है, उनमें पूर्व सचिव परमेश्वर राम, अविनाश कुमार, कौशल सिंह, रमेश उर्फ रामेश्वर, आलोक रंजन, नितिन कुमार, राम सुमेर सिंह, रामाशीष सिंह यादव, गौरीशंकर सिंह, आनंद शर्मा, ऋषिदेव सिंह, शीलभद्र गुप्ता, दिनेश कुमार यादव, अटल बिहारी राय ओम प्रकाश गुप्ता, मुकेश कुमार, अनीश कुमार व गुड्डु कुमार शामिल हैं. इसके पूर्व एसआइटी पवन, विपिन व नवनीत कुमार के खिलाफ आराेपपत्र दाखिल कर चुकी है. अब तक 21 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल हो चुका है. जल्द ही सुधीर कुमार समेत 12 के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल हो सकता है.
अन्य के खिलाफ अनुसंधान जारी : मामले में अन्य लागों के खिलाफ भी अनुसंधान जारी रखा गया है, जिसके क्रम में एसआइटी ने पाया है कि षड्यंत्र करके ये पैसे का लेन-देन कर पेपर लीक करा कर लाभार्थियों को नौकरी दिलाने का काम करते थे. आपस में मोबाइल पर अभियुक्तों की बातचीत की सीडीआर भी दाखिल की है. एसएसपी मनु महाराज का कहना है कि 18 फरवरी तक जो गिरफ्तार हुए थे, उन सबके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुआ है. अन्य अभियुक्तों के खिलाफ भी 90 दिनों के अंदर चार्जशीट दाखिल हो जायेगा.
सीडीआर, दस्तावेज बनेंगे फांस
एसआइटी ने जिन पर चार्जशीट दायर किया है, उनके खिलाफ गंभीर आरोप हैं. इनमें मुख्य रूप से बीएसएससी के पूर्व सचिव परमेश्वर राम, कंप्यूटर ऑपरेटर अविनाश कुमार पर पेपर लीक करने, कोचिंग सेंटर संचालकों से सेटिंग कर सीधे आनंद प्रीत सिंह बरार के माध्यम से ओएमआर शीट बदलवाने जैसे आरोप हैं. एसआइटी ने परमेश्वर राम के घर से जो ओएमआर शीट व दस्तावेज बरामद किये थे, उन्हें सबूत के तौर पर पेश किया गया है. इसके अलावा परमेश्वर के माेबाइल फोन पर वीआइपी लोगों की सिफारिश के भी सबूत कोर्ट को दिये गये हैं.
साथ ही रामाशीष समेत अन्य पर छात्रों से पैसा लेकर सेटिंग करने, वाट्सएप पर प्रश्नपत्र व उत्तर लीक करने का आरोप है. एसआइटी ने दावा किया है कि सभी लोगों के खिलाफ पर्याप्त सबूत है. एसआइटी ने चार्जशीट में पूरी तरफ से साफ किया है कि किस तरह से ये लोग अपराध कर रहे थे. मोबाइल फोन पर उपलब्ध प्रश्नपत्र, बीएसएससी अधिकारियों से फोन पर बातचीत, आनंदप्रीत सिंह बरार से बातचीत जैसे तमाम सबूत कोर्ट में रखे गये हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement