निर्माण कंपनी की शिकायत पर कार्रवाई
– सरैया-मोतीपुर स्टेट हाइवे का निर्माण कर रही एजेंसी
– भाजपा ने कहा, दोनों कार्यकर्ताओं फंसाया गया
पारू : सरैया-मोतीपुर स्टेट हाइवे का निर्माण करा रही एजेंसी बीएससी एवं सीएंडसी जेवी कंस्ट्रक्शन से रंगदारी मांगने के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें रघुनाथपुर के राकेश कुमार उर्फ मुनचुन सिंह और संजीत कुमार सिंह शामिल हैं. दोनों को रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. दोनों आरोपितों को पारू थाना पुलिस व जैतपुर ओपी पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर शनिवार की देर शाम गिरफ्तार किया था. पुलिस ने निर्माण एजेंसी के रघुनाथपुर कैंप के प्रशासनिक अधिकारी की लिखित शिकायत पर यह कार्रवाई की.
पारू थानाध्यक्ष सुजीत कुमार ने बताया कि आवेदन में यह स्पष्ट नहीं है कि कितनी राशि रंगदारी में मांगी गयी है. छानबीन में लाखों रुपये मांगने की बात आयी है. दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पिछले एक साल से सरैया-मोतीपुर स्टेट हाइवे का निर्माण कार्य चल रहा है. रघुनाथपुर में निर्माण एजेंसी का कैंप है. एजेंसी के प्रशासनिक अधिकारी सरदार यशवंत सिंह ने पारू थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें कहा गया है कि दोनों आरोपित शनिवार को हथियार से लैस होकर आये और जेसीबी मशीन से मिट्टी काट रहे कर्मी एवं अन्य को पीटने लगे. साथ ही मशीन को भी जलाने का प्रयास किया. शाम में कैंप आ कर प्रशासनिक अधिकारी से अभद्र व्यवहार किया तथा रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. इस घटना से कर्मचारियों में भय है. उधर, भाजपा नेता शंभु प्रसाद सिंह ने कहा है कि राकेश कुमार व संजीत कुमार सिंह दोनों पार्टी के कार्यकर्ता हैं. दोनों को षड्यंत्र कर फंसाया गया है. यदि उन्हें नहीं छोड़ा गया तो भाजपा आंदोलन करेगी.
जमीन को लेकर करायी रंगदारी की प्राथमिकी
मुजफ्फरपुर : शहर के बालूघाट निवासी व जदयू नेता अजय सिंह से जमीन बिक्री में बाधा डाल कर दो लाख रुपये रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है. इस संबंध में उन्होंने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं, दूसरे पक्ष ने भी अजय सिंह पर तीन लाख रुपये रंगदारी मांगने की शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
बालूघाट वार्ड-17 निवासी अजय सिंह जदयू से जुड़े हैं. उनकी पत्नी नीलू सिंह गायघाट से जिप सदस्य हैं. बालूघाट में उनकी 19 धुर जमीन है, जिसे वह बेचना चाहते हैं. इस जमीन के पीछे पुरुषोत्तम कुमार सिंह का मकान है. अजय का कहना है कि पुरुषोत्तम सिंह अक्सर काफी कम दाम पर जमीन को लेने के लिए उन पर दबाव बनाते हैं. अगर कोई दूसरा ग्राहक जमीन लेने की कोशिश करता है, तो वे उसे तंग करते हैं. इसका विरोध करने पर उनसे जमीन बिक्री करने के एवज में दो लाख रुपये रंगदारी मांगी जा रही है. अजय का आरोप है कि उनकी निजी संपत्ति कम कीमत पर जबरन हड़पने की साजिश रची जा रही है.
इधर, नगर थाने में दूसरे पक्ष से पंकज कुमार पुरुषोत्तम ने जदयू नेता अजय कुमार पर तीन लाख रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है. पंकज का कहना है कि वह पंचायत सचिव के पद पर कार्यरत हैं. आठ मार्च की शाम 5.30 बजे मोबाइल से उनसे तीन लाख रंगदारी की मांग की गयी है. रकम नहीं देने पर बुरा अंजाम की धमकी दी गयी है. थोड़ी ही देर बाद दूसरे मोबाइल से फोन कर गाली देते हुए पैसे की मांग की गयी है. वहीं, रविवार की सुबह उनके घर आकर पिस्टल दिखा कर पैसे की मांग की गयी.