पटना: कांग्रेस ने अपने खाते की 12 सीटों में 10 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा शुक्रवार को कर दी है. उधर, प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होते ही विरोध भी शुरू हो गया है.
दिल्ली में शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रत्याशियों के नामों पर सहमति दे दी है. नालंदा और वाल्मीकि नगर के लिए नाम तय करने का जिम्मा प्रदेश चुनाव समिति को सौंपा गया है. वैसे, वाल्मीकि नगर से ब्रजेश पांडेय का नाम चर्चा में है.
हाजीपुर में रामविलास पासवान के खिलाफ कांग्रेस ने नयी उम्मीदवार प्रतिमा कुमारी को उम्मीदवार बनाया है. इसी प्रकार पटना साहिब से यादव जाति से राजकुमार राजन को अपना प्रत्याशी बनाया है. इधर, हाजीपुर, पूर्णिया व पटना साहिब के प्रत्याशियों को लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी का पुतला फूंक विरोध जताया. हाजीपुर से प्रतिमा कुमारी को प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर भी सवाल खड़ा हुआ है.
2009 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी दशई चौधरी को महज 21 हजार वोट मिले थे. प्रतिमा कुमारी के बारे में बताया जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री व हाजीपुर के सांसद रामसुंदर दास के परिवार से आती हैं. जिला कमेटी ने कपिलेश्वर केसरी, ब्रrादेव भगत, रामचंद्र पासवान, तारक चौधरी व पारस चौधरी के नामों की अनुशंसा की थी. एकाएक प्रतिमा कुमारी की उम्मीदवारी कैसे तय हो गयी, इसको लेकर आक्रोश है. पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से राजेश कुमार सिन्हा, कुमार आशीष, राज कुमार राजन और कुमार कुणाल के नाम थे. प्रदेश कांग्रेस समिति कुमार आशीष को उम्मीदवार बनाने के पक्ष में थी. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी सचिव सीपी जोशी का उन्हें समर्थन प्राप्त था. विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गयी है. प्रत्याशी चयन में न तो जातिगत समीकरण का ध्यान रखा गया है और न ही जमीनी कार्यकर्ताओं को तरजीह दी गयी है. पूर्णिया से प्रत्याशी बनाये गये अमरनाथ तिवारी पिछले चुनाव में हार गये थे.