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छेड़खानी से परेशान छात्रा की आत्महत्या के मामले में आरोपित युवक पर एफआइआर दर्ज
फुलवारीशरीफ : सिद्धार्थ नामक मनचले युवक की नापाक हरकतों से आजिज होकर आग लगा कर आत्महत्या करने वाली मैट्रिक छात्रा की मौत के बाद आखिरकार पुलिस ने आरोपित सिद्धार्थ के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ही ली है. अगर यही प्राथमिकी कुछ दिनों पहले हुई होती और पुलिस इस मामले में कार्रवाई करती, तो शायद […]
फुलवारीशरीफ : सिद्धार्थ नामक मनचले युवक की नापाक हरकतों से आजिज होकर आग लगा कर आत्महत्या करने वाली मैट्रिक छात्रा की मौत के बाद आखिरकार पुलिस ने आरोपित सिद्धार्थ के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ही ली है. अगर यही प्राथमिकी कुछ दिनों पहले हुई होती और पुलिस इस मामले में कार्रवाई करती, तो शायद मैट्रिक की परीक्षा देने के बाद निशा देव आग लगा कर खुदकुशी का रास्ता अख्तियार नहीं करती. जवान बेटी की मौत के बाद गमजदा परिवार पर मुश्किलों का दौर अब भी खत्म नहीं हो रहा है. मृतका की मां रीना देवी ने बताया कि बेऊर थाने का एक पुलिस वाला आया था और उनसे रुपये की मांग करते हुए कहा कि ऐसे काम नहीं होता है कुछ दिजिए. इस बाबत एएसपी राकेश कुमार ने कहा कि महिला गलत आरोप गलत है.
यदि किसी ने पैसे मांगे हैं, तो थाने आकर वह उसकी पहचान करे.मृतका की मां रीना देवी की मानें, तो पुलिस ने उनकी निशानदेही पर महावीर कॉलोनी मोड़ के पास बॉक्स की दुकान चलाने वाले दुकानदार को पकड़ा और फिर छोड़ दिया. छात्रा की मां ने बताया कि उनकी बेटी को छेड़ने और परेशान करने वाला सिद्धार्थ इसी बॉक्स की दुकान पर बैठकी लगाता था. इतना ही नहीं दुकानदार भी मौके का फायदा उठाते हुए निशा को कभी-कभी कॉल करता था. बेऊर थाने की पुलिस के साथ उसकी दुकान पर जाकर मृतका की मां ने दुकानदार को पकड़वाया भी, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई लिखित मामला दर्ज नहीं होने का हवाला देकर छोड़ दिया. दुकानदार को छोड़ने की जानकारी मिलते ही पीड़ित परिवार को अब स्थानीय पुलिस ने न्याय मिलने की उम्मीद नहीं रही.
छात्रा की मां रीना देवी ने बताया कि सिद्धार्थ के बारे में उस पेटी- बॉक्स दुकानदार को पूरी जानकारी है . पुलिस को उससे कड़ाई से पूछताछ करनी चाहिए थी. मृतका की मां कहना था कि पुलिस को उनकी बेटी के कोचिंग संस्थान जाकर उस लड़की का पता लगा पूछताछ करना चाहिए, जिसने उनकी बेटी की सिद्धार्थ नाम के लफंगे से दोस्ती करायी थी. उस दुकानदार का नाम बता पाने में असमर्थ रीना देवी ने बताया कि बेऊर थाने का एक पुलिस वाला आया था और उनसे रुपये की मांग करते हुए कहा कि ऐसे काम नहीं होता है कुछ दिजिए. पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाने एसएसपी मनु महराज के दरबार में भी गया, लेकिन मुलाकात नहीं हो पायी .
इस मामले में फुलवारीशरीफ एएसपी राकेश कुमार ने बताया कि मृतका की मां रीना देवी के बयान पर सिद्धार्थ नामक लड़के के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर रही है. उन्होंने बताया कि जो भी लिखित दिया गया है उस आधार पर पुलिस जांच करेगी. वहीं, थानेदार राकेश कुमार ने बताया कि सिद्धार्थ के खिलाफ मृतका की मां ने यह मामला दर्ज कराया है कि वह उनकी बेटी को लगातार परेशान और छेड़छाड़ कर रहा था, जिससे तंग होकर उसने आग लगा खुदकुशी कर ली.
एफआइआर में सिद्धार्थ कहां का रहने वाला है और उसके पिता का क्या नाम है नहीं लिखाया गया है. थानेदार ने बताया कि पुलिस सिद्धार्थ के मोबाइल नंबर को ट्रेस कर अनुसंधान में जुटी है . पुलिस उसके मोबाइल का कॉल डिटेल निकाल रही है.
मालूम हो कि बेऊर की महावीर कॉलोनी में रहनेवाली सोलह वर्षीया मैट्रिक छात्रा निशा देव सिद्दार्थ नामक लफंगे द्वारा की जा छेड़खानी और उसकी नापाक हरकतों से इस कदर आजिज हो चुकी थी कि केरोसिन छिड़क आग लगा कर आत्महत्या कर ली थी.
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