21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार परचा लीक: 150 पेजों की डायरी में यह तक नहीं बताया कि किसने, किसको और कहां लीक किया

एसआइटी ने नहीं दिये ठोस सबूत पटना : बीएसएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी ने कोर्ट में करीब 150 पेज की पहली केस डायरी प्रस्तुत कर दी है. लेकिन, इसमें यह जानकारी नहीं दी गयी है कि इंटर स्तरीय परीक्षा का प्रश्नपत्र किसने लीक किया, इसे लीक करने के बाद सबसे पहले […]

एसआइटी ने नहीं दिये ठोस सबूत
पटना : बीएसएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी ने कोर्ट में करीब 150 पेज की पहली केस डायरी प्रस्तुत कर दी है. लेकिन, इसमें यह जानकारी नहीं दी गयी है कि इंटर स्तरीय परीक्षा का प्रश्नपत्र किसने लीक किया, इसे लीक करने के बाद सबसे पहले किसे दिया और सबसे अहम यह कि कहां से लीक हुआ है.
इन सवालों का जवाब पता करने में एसआइटी अब तक पूरी तरह से विफल साबित हुई है. केस डायरी में कई अन्य अहम सवालों के जवाब भी नहीं हैं. पेपर लीक मामले में रोजाना अभियुक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है. बीएसएससी के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सचिव से लेकर सभी बड़े अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है. फिर भी अब तक इन सवालों के जवाब नहीं मिले हैं. पूर्व सचिव परमेश्वर ने जिन बड़े सफेदपोशों के नाम लिये थे, वे नाम अब तक सामने नहीं आये हैं. सूत्र बताते हैं कि इनमें कुछ ऐसे बड़े रसूखदारों या सफेदपोशों के नाम सामने आने की संभावना है, जिन पर हाथ डालना एसआइटी के लिए शायद कठिन हो. इसलिए इन्हें बचाने के लिए जांच को कई दिशाओं में मोड़ा जा रहा है. इन असुलझे सवालों के साक्ष्य आधारित कोई दस्तावेज जमा नहीं किये गये हैं, जिससे कि इस मामले के अहम पहलू स्पष्ट हो सके.
डायरी में एक बात का उल्लेख किया गया है कि प्रश्नपत्र को छापनेवाले प्रेस मालिक विनीत अग्रवाल को 21 फरवरी की सुबह अहमदाबाद से एसआइटी की विशेष टीम ने गिरफ्तार किया था. जबकि पटना सिटी कोर्ट से इसकी गिरफ्तारी का वारंट इसी दिन दोपहर में जारी हुआ है. नियमानुसार, एफआइआर में जो नामजद नहीं हैं, उनकी गिरफ्तारी बिना कोर्ट से वारंट जारी किये नहीं की जा सकती है. इससे यह स्पष्ट होता है कि कोर्ट से वारंट जारी होने से पहले ही गिरफ्तारी के लिए एसआइटी की टीम अहमदाबाद पहुंच चुकी थी. इस तरह के कई प्रश्न हैं, जो इस डायरी से साफतौर पर जाहिर होते हैं.
बड़े सवाल, नहीं मिले डायरी में जिनके जवाब
प्रश्नपत्र लीक कहां से हुए हैं? जबकि परीक्षा केंद्र संचालक, बीएसएससी के पूर्व अध्यक्ष-सचिव समेत सभी संदिग्ध अधिकारी, कर्मचारी और प्रश्नपत्र छापने वाले प्रेस मालिक तक गिरफ्तार हो चुके हैं, फिर भी इस प्रश्न का जवाब नहीं मिला है.
जो प्रश्नपत्र लीक हुए हैं, वे कहां हैं? एसआइटी के अनुसार पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार के पिता ने अपने नाती आशीष को प्रश्नपत्र दिये थे. तो ये प्रश्नपत्र कहां गये?
किसके पास सबसे पहले प्रश्नपत्र पहुंचा? अब तक करीब तीन दर्जन लोगों को मुदालय बनाने और दो दर्जन की गिरफ्तारी के बाद भी यह नहीं पता चला कि किसे सबसे पहले प्रश्न मिला और यह वारिसलीगंज समेत अन्य स्थानों पर दूसरे लोगों तक कैसे पहुंचा?
कहां से सभी के पास प्रश्नपत्र का वितरण हुआ, यह वायरल कहां से हुआ?
कितने पैसे का लेन-देन हुआ और ये पैसे किन-किन बैंक खातों में जमा किये गये? लेन-देन का हिसाब अभी तक सामने क्यों नहीं आया है?
एसएमएस से जो सिफारिशें की गयी हैं, वे 2016 में एएनएम की बहाली के लिए हुईं : एसएसपी
पटना :बीएसएससी पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआइटी के प्रमुख व एसएसपी मनु महाराज ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि एसएमएस के जरिये जो सिफारिशें की गयी हैं, वे सभी वर्ष 2016 में एएनएम की बहाली के लिए की गयी हैं. इसका रिजल्ट आना बाकी है. सिफारिश करनेवाले जिन लोगों के नाम सामने आये हैं, उनका सत्यापन किया गया है. एफएसएल से रिपोर्ट ली गयी है. अब जांच का विषय यह है कि जिन लोगों की सिफारिश की गयी है, उन्हें लाभ मिला है या नहीं. अगर लाभ पहुंचाया गया है, तो सिफारिश करनेवाले और लाभ पहुंचानेवाले दोनों पर आरोप बनता है. इसकी रिपोर्ट संबंधित विभाग को सौंपी जायेगी और कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने यह भी कहा कि एसआइटी किसी दबाव में काम नहीं कर रही है, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा.
पैरवी करनेवाले लोगों की सूची एफएसएल रिपोर्ट के बाद : एएनएम बहाली में विधायक, मंत्री और सांसद की पैरवी सामने आने के बाद एसएसपी ने कहा कि इंटरस्तरीय परीक्षा में जिस मोबाइल फोन नंबर से पैरवी की गयी है, उसकी जांच एफएसएल कर रही है. नंबर का सत्यापन, सिम कार्ड को ऑनर का नाम, उनकी भूमिका की जांच अलग से की जायेगी. इधर एसएसपी ने अपनी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की बात काे अफवाह करार दिया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें