ये वो ठिकाने हैं, जिसका पता निखिल ने कंपनियों को दी थी और इस संबंध में कागजात भी उपलब्ध कराये थे. यह वहीं निखिल प्रियदर्शी है, जो एक छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास के आरोप में फिलहाल फरार है. दानापुर थानाध्यक्ष ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर एजेंसी को सील किया गया है. कोर्ट की ओर से इस कार्य के लिए रिसीवर भी नियुक्त किया गया था. दानापुर पुलिस ने केवल इस काम में सहयोग किया है.
गार्ड अमित ने बताया कि एजेंसी द्वारा मुझे यहां पर गार्ड के रूप में तैनात रहने का आदेश दिया गया है. पटना पहुंचे अधिकारियों ने विस्तार से जानकारी देने से इनकार कर दिया और बताया कि इस संबंध में पटना के एसएसपी को जानकारी दे दी गयी है और दानापुर पुलिस की मदद से कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उन अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि निखिल प्रियदर्शी के अन्य ठिकानों को भी सील करने की प्रक्रिया की जायेगी. विदित हो कि पूर्व में भी एक फाइनेंस कंपनी की ओर से जब्ती की प्रक्रिया की जा चुकी है. जिसमें कई वाहनों को सील कर उक्त एजेंसी अपने साथ ले गयी थी. लेकिन, फिर से दूसरी कंपनी की ओर से सील करने की प्रक्रिया की जा रही है. लेकिन, इस जब्ती की कार्रवाई में यह संभावना जतायी जा रही है कि महंगी गाड़िया पहले ही वहां से हटा दी गयी थी.