रक्सौल (पूर्वी चंपारण) : कानपुर में हुए इंदौर-पटना ट्रेन हादसे व घोड़ासहन में बम प्लांट करने के मामले में शुक्रवार को एनआइए की टीम आरोपित उमाशंकर पटेल को लेकर उसके घर गम्हरिया पहुंची. एनआइए के अधिकारी उमाशंकर के घर व किराना दुकान की जांच की. इस दौरान दुकान से पीसीओ का एक बिल मिला. इधर, उमाशंकर पटेल के पिता योगी पटेल ने टीम के अधिकारियों से कहा कि मेरे बेटे को फंसाया गया है. गौरतलब है कि उमाशंकर पटेल ने नेपाल के ब्रजकिशोर गिरि से मिल कर घोड़ासहन में ट्रैक पर बम लगाया था. कानपुर ट्रेन हादसे में भी उसने भूमिका निभायी थी.
निशाने पर थी समस्तीपुर-रक्सौल पैसेंजर ट्रेन : भारत व नेपाल में गिरफ्तार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के एजेंटों से अबतक की पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जाता है कि समस्तीपुर से रक्सौल जाने वाली पैसेंजर ट्रेन को डिरेल करने को लेकर उनके द्वारा घोड़ासहन में रेलवे ट्रैक पर आइइडी लगाया गया था. समस्तीपुर-रक्सौल पैसेंजर ट्रेन संख्या 75227 एक अक्टुबर 2016 की रात करीब 12:58 बजे घोड़ासहन रेलवे स्टेशन से होकर गुजरी थी.
रेल हादसे के आरोपित मोती का सहयोगी मुन्ना धराया
रक्सौल (पूर्वी चंपारण). दरपा थाने क्षेत्र के पिपरा निवासी मोस्टवांटेड नक्सली मुन्ना मियां को पुलिस ने उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया है. मुन्ना मियां घोड़ासहन व कानपुर में हुए इंदौर-पटना ट्रेन हादसे के आरोपित आइएसआइ एजेंट मोती पासवान के साथ नक्सली हिंसा में भाग लेता रहा है. उस पर दरपा समेत कई थानों में आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. इसमें 2008 में तीन लोगों की हत्या के साथ बीएसएनएल के टावर उड़ाने का मामला दर्ज है.