पटना: लाखों रुपये लेकर भारतीय सेना में विभिन्न पदों पर भरती करने के मामले मेें पकड़े गये लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस को एक और गिरोह के सरगना अभिषेक उर्फ गुरुजी के नाम की भी जानकारी मिली है. ये लोग गुरुजी के नाम से चर्चित व्यक्ति से बिहार एसएससी की रविवार को होनेवाली परीक्षा के प्रश्नपत्र छह लाख देकर लेनेवाले थे. लेकिन, इसके पूर्व ही ये लोग पकड़े गये. साथ ही यह गिरोह बिहार पुलिस चालक बहाली व बंगाल पुलिस में बहाली के लिए भी अभ्यर्थियों से पैसे लेने शुरू कर दिये थे.
मुजफ्फरपुर के कर्नल को धमकी देने के मामले में भी थे शामिल : इस गिरोह ने मुजफ्फरपुर सेना भरती कार्यालय के कर्नल विक्रम सिंह गोधरा को भी जान से मारने की धमकी दी थी और यह कहा था कि वे बहाली प्रक्रिया में उनका सहयोग करें. अन्यथा, इसका परिणाम भुगतना होगा.
इस संबंध में मार्च माह में ही अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी काजी मोहम्मदपुर थाने में दर्ज हुई थी. लेकिन, पकड़े जाने के बाद मुन्ना सिंह ने आरोप लगाया है कि उन लोगों ने करीब डेढ़-दो साल पहले ही कर्नल की पत्नी को बहाली के लिए दस लाख रुपये दिये थे. लेकिन, उन लोगों का काम नहीं हुआ था. इसके कारण उनसे नोक-झोंक हुई थी.
बहाली के पूर्व जमा करा लेते थे ऑरिजनल शैक्षणिक दस्तावेज : यह गिरोह काफी शातिर था और किस्तों में पैसा लेता था. लेकिन, पूरी प्रक्रिया के पूर्व ही एडवांस में 50 हजार नकद व सारे शैक्षणिक दस्तावेज की ऑरिजनल कॉपी अपने कब्जे में ले लेता था. इसके बाद सेना में क्लर्क, टेक्निकल, नन टेक्निकल के पदों पर बहाली के लिए तीन से चार लाख रुपये लेते थे. कुछ पैसे शारीरिक परीक्षा के दौरान, कुछ मेडिकल और कुछ लिखित परीक्षा के दौरान लिये जाते थे.
सेना का आइकार्ड दिखा पुलिस को धौंस : शाहपुर थाने में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने इन सभी की खोज शुरू कर दी. पुलिस ने सतीश को पकड़ा, तो वह उस समय आर्मी मैन की ड्रेस में था. उसके पास एक आइकार्ड था, जो सेना का था.
उसने पुलिस को यह जानकारी दी कि वह सेना का कर्मी है और धौंस दिखाना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उक्त आइकार्ड की जांच करायी, तो वह फर्जी निकला और फिर उसे पकड़ लिया. इसके बाद उसकी निशानदेही पर गिरोह के सरगना समेत अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया.