पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए सभी राज्यवासियों से एक मार्च की शाम को थाली पीटने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि दो मार्च को प्रस्तावित बिहार बंद की पूर्व संध्या पर पूरे राज्य में घर-घर से एक साथ थाली बजाइएं. इसकी आवाज से केंद्र की नींद उड़ जायेगी.
यह कार्यक्रम शाम छह-सात बजे की बीच होगा. मुख्यमंत्री रविवार को एसके मेमोरियल हॉल में भामा शाह स्मृति सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ध्यान रखिएगा कि घर में चीनी मिट्टीवाली थाली के अलावा स्टील की भी थाली होती है. घर में छोलनी भी होती है. उसी से पांच मिनट तक थाली बजाइए. बच्चों की प्रभात फेरी भी निकलवायी जायेगी. व्यवसायियों से दो मार्च के बिहार बंद में शामिल होने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, यह पारंपरिक बंद नहीं है.
आप अपना कारोबार खुद बंद कर सड़क पर आएं. यह आंदोलन नया प्रयोग है. सविनय अवज्ञा आंदोलन है. हम इस मांग को लेकर फिर कई और कार्यक्रमों की घोषणा करेंगे. बिहार सूफी बिहार को विशेष दज्रे से मिलनेवाले लाभों का जिक्र मुख्यमंत्री ने उन्होंने कहा कि विधानसभा और विधान परिषद की ओर से संयुक्त रूप से केंद्र को स्मार पत्र दिया गया था. राज्यों के पिछड़ापन तय करने में प्रति व्यक्ति आय को आधार बनाने के लिए वित्त मंत्री को पत्र लिखा.
प्रधानमंत्री ने विशेष दर्जा देने का आश्वासन दिया, लेकिन आंध्रप्रदेश के बंटने के साथ ही 24 घंटे में सीमांध्र को विशेष दर्जा दे दिया. जबकि रघुराम राजन कमेटी की रिपोर्ट में दूसरा सबसे अधिक पिछड़ा राज्य मानने के बावजूद बिहार को राजनीतिक कारणों से इससे वंचित रखा गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में अमन-चैन का माहौल है. लोग देर तक बाजार में दिखते हैं. पहले तो होटल खाली रहता था. अब होटलों में जगह नहीं मिलती है. लोग कहते हैं कि और होटल खुलवाइये. एक वाकये की चर्चा करते हुए कहा कि सीआइआइ के अध्यक्ष और होटल मौर्य के मालिक को अपने ही लोग के रहने के लिए रूम नहीं मिलता है.
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम लिए बगैर उन्होंने कटाक्ष किया कि वे कहते हैं कि राज्य में कोई काम नहीं हुआ है और खुद औरंगाबाद में शो रूम खोलते हैं. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है.व्यवसायियों से कहा कि कुछ लोग आपको डरायेंगे, जब तक हम हैं, तब तक आप चिंता न करें.
तीन साल में सबको मिलेगी बिजली
उन्होंने कहा कि बिजली में लगातार सुधार हो रहा है. पहले तो छह सौ-सात सौ मेगावाट बिजली की खपत होती थी. इसमें भी किसानों को मुफ्त में बिजली देने का वादा किया जाता था. उन्होंने कहा कि 22 फरवरी को 27 जिलों में ग्रामीण विद्युतीकरण का काम शुरू किया गया है. तीन साल में टोलों तक बिजली मिलेगी.
उन्होंने कहा कि अब तो 24 घंटे बिजली मिलती है. एक व्यवसायी नेता ने तो कहा कि बहुत बल्व फ्यूज होता है, इसलिए एक घंटा बिजली काट दिया कीजिए.
व्यवसायियों का बनेगा आयोग
मुख्यमंत्री ने व्यवसायियों से कहा कि आपके लोगों का जल्द ही एक आयोग बनेगा, जो आपकी समस्याओं का समाधान बतायेगा. सरकार उसका पालन करेगी. उन्होंने कहा कि भामा शाह पुरस्कार स्थानीय स्तर पर अधिकारी द्वारा वितरण किया जायेगा. अब आचार संहिता के कारण लोकसभा चुनाव के पूर्व संभव नहीं हो सकेगा. तैलिक साहु को अति पिछड़े वर्ग में शामिल करने के बारे में उन्होंने कहा कि यह मामला संबंधित आयोग में है.
मुख्यमंत्री ने वैट में गड़बड़ी दूर करने के लिए नियम में संशोधन करने, माप-तौल मामले में गड़बड़ी दूर करने की कार्रवाई का भी आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि पूरी सरकार आपके साथ है. आपकी समस्या को हम दूर करेंगे.