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पैर के ऑपरेशन के लिए आयी मरीज की मौत के बाद नर्सिंग होम में हंगामा
पटना : बिहार की राजधानी पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र स्थित पीसी कॉलोनी में स्थित एक नर्सिंग होम में भरती महिला मरीज ललिता देवी (60) की मौत होने के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और तोड़-फोड़ भी की. इस दौरान उन लोगों ने अस्पतालकर्मियों से भी […]
पटना : बिहार की राजधानी पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र स्थित पीसी कॉलोनी में स्थित एक नर्सिंग होम में भरती महिला मरीज ललिता देवी (60) की मौत होने के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और तोड़-फोड़ भी की. इस दौरान उन लोगों ने अस्पतालकर्मियों से भी मारपीट की और रिसेप्शन काउंटर, ओटी और अन्य जगहों के फर्नीचर तथा शीशे तोड़ डाले. घटना की जानकारी मिलने पर कंकड़बाग थाने की पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया.
इस संबंध में मृतक के परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कंकड़बाग थाने में शिकायत की है. ललिता देवी के पति हरिनंदन साव की पहले ही मृत्यु हो चुकी है.वह रामकृष्णा नगर इलाके की रहनेवाली थी. वह खुद भी एक अस्पताल में नर्स का काम करती थी. कंकड़बाग थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. अभी किसी भी पक्ष से लिखित शिकायत नहीं मिली है.
पैर फ्रैक्चर हो गया था, ऑपरेशन कराने आयी थी : ललिता देवी के परिजनों ने बताया कि उनकी चाची ललिता देवी को 21 दिसंबर की रात आठ बजे गाड़ी से चोट लगी थी और पैर फ्रैक्चर हो गया था. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए पीसी कॉलोनी स्थित नर्सिंग होम में भरती कराया गया. शुक्रवार की सुबह उनके पैर का ऑपरेशन किया गया और उनकी हालत काफी बिगड़ गयी और उनकी मौत हो गयी. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने उन्हें दूसरे जगह ले जाने की सलाह दी. इस पर वे लोग बगल में ही स्थित दूसरे नर्सिंग होम पहुंचे, तो वहां उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
हार्ट अटैक से हुई थी मौत, थाने जायेगा अस्पताल प्रशासन : गुरुवार की देर रात मरीज की मौत के बाद हुए तोड़फोड़ की घटना के बाद आइजीआइएमएस में बैठक आयोजित की गयी. अस्पताल के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास और डॉ मनीष मंडल ने अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों से पूछताछ की. उन्होंने कहा कि तोड़फोड़ के दौरान सरकारी संपत्ति की नुकसान हुई है. इसमें मरीज के परिजनों ने कैश काउंटर, टेलीफोन व शीशा तोड़ दिया है. इस मामले की जांच करने के बाद अगर मरीज के परिजन में दोषी पाया जायेगा तो उनके खिलाफ शात्री नगर थाने में मामला भी दर्ज किया जा सकता है.डॉ मंडल ने कहा कि मरीज की दोनों किडनी फेल हो गयी थी, इसके अलावा हार्ट अटैक की बीमारी थी. नतीजा गुरुवार को अटैक आ गया और महिला मरीज मीना की मौत हो गयी. इधर मरीज के परिजनों का आरोप है कि बजट के अभाव में शव को कब्जे में रख दिया गया था. जबकि उनका बकाया राशि की देने की भी बात हो गयी थी. शव को नहीं देने के चलते हंगामा करना पड़ा.
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