पटना: भाजपा ने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपनी सरकार बचाने में जुगाड टेक्नालोजी बहुमत के लिए विधायकों की संख्या जुटाने में माहिर होने तथा कांग्रेस और राजद पर जदयू की सरकार को प्रदेश में सत्ता बने रहने में मदद के लिए उसके साथ गुप्त समझौता करने का आरोप लगाया.बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने सदन परिसर में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सदन के अध्यक्ष सहित 116 विधायकों वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास सरकार में बने रहने के लिए आवश्यक विधायक नहीं हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश ‘‘जुगाड टेक्नालोजी’’ अपनाकर कांग्रेस, निर्दलीय और भाकपा के एक विधायक के समर्थन के जरिए सत्ता में बने हुए हैं. नंदकिशोर राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस चुनौती पर आज अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव लाकर उनकी सरकार को गिरा दें.उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भाजपा से नाता तोड लिए जाने पर 238 सदस्यीय बिहार विधानसभा में कांग्रेस के चार सदस्यों, चार निर्दलीय और भाकपा के एक विधायक की मदद से जदयू विश्वास मत पाने में कामयाब रही थी. बिहार विधानसभा में भाजपा के 91 सदस्य तथा उसके पक्ष में दो निर्दलीय विधायक हैं.
नंदकिशोर ने बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह और राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी की टिप्पणियों की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि गुप्त समझौता के तहत जदयू की सरकार को प्रदेश में सत्ता बने रहने में मदद में कांग्रेस और राजद मदद कर रहा है.इससे पूर्व बिहार विधानसभा में भाजपा सदस्यों के कृषि को लेकर अपने कार्यस्थगन प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने की मांग को लेकर हंगामा किए जाने पर अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित कर दी.
नंदकिशोर ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के पांच साल के लिए कृषि रोड मैप बनाए जाने से बिहार के किसानों की हालत खस्ता हो गयी है जिसपर चर्चा के जरिए वे प्रकाश डालना चाहते थे पर सरकार उससे भाग रही है.सदन की कार्यवाही दोबारा शुरु होने पर भाजपा सदस्य वेशम में आकर गुजरात के व्यवसायी हनीफ हिंगोडा के पुत्र के अपहरण के मामले में जदयू के एक मंत्री को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा क्लीनचिट दिए जाने के विरोध में हंगामा करने लगे.
नंदकिशोर ने अखबारों में छपी खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के सुहैल हिंगोडा अपहरण मामले में जदयू के उक्त मंत्री को क्लीनचिट दे दिए जाने से सूरत के व्यवसायी हनीफ हिंगोडा ने आश्चर्य व्यक्त किया है. उन्होंने इस मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की.