गायघाट पुल के पास डीआरआइ ने गांजा लदे ट्रक को किया जब्त
पटना : पश्चिम बंगाल से बिहार के रास्ते गोरखपुर जा रही 140 किलो गांजे की बड़ी खेप को डीआरआइ (डॉयरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की विशेष टीम ने पटना में गायघाट पुल के पास सोमवार की सुबह छह बजे के आसपास जब्त कर लिया. गांजे को कई छोटे पैकेटों में पैक करके बाइक कैरियर ट्रक में गुप्त तरीके से बनाये गये चैंबर में छिपा कर रखा गया था. गांजे की इस खेप के साथ दो तस्कर भी पकड़े गये हैं, जो यूपी के रहनेवाले हैं. इसमें फिरोजाबाद जिला का रहनेवाला नेजम सिंह और कासगंज का राजेश कुमार शामिल है.
पूछताछ में यह बात सामने आयी कि पश्चिम बंगाल के कूच बिहार नामक स्थान से ये दोनों गांजे की इस खेप को ला रहे थे और गोरखपुर के पास इसकी डिलेवरी करने की योजना थी. इससे पहले भी ये दोनों तस्करी के आरोप में जेल जा चुके हैं. जब्त ट्रक पर नागालैंड का नंबर है.
बड़े रैकेट का हो सकता है खुलासा : इनसे पूछताछ में यह भी जानकारी मिली कि ये दोनों पश्चिम बंगाल और इसके सटे इलाके में ड्रग्स के कुख्यात तस्कर मो अली के लिए काम करते हैं. मो अली पश्चिम बंगाल के बरमेटा का रहनेवाला है और बिहार, ओड़िसा, पश्चिम बंगाल, यूपी समेत पूरे इलाके में ड्रग्स का काफी बड़ा रैकेट चलाता है. वह कई बार जेल भी जा चुका है. गिरफ्तार हुए दोनों तस्करों ने बताया कि वह एक बड़ी नामचीन कंपनी की बाइक कैरियर गाड़ी में बाइक लेकर इसकी डिलेवरी करने सिलचर गये थे और लौटते समय रास्ते में गांजे को लोड कर लिया.
इस ट्रक में गुप्त तरीके से चैंबर बने हैं, जिनमें ये छिपा कर गांजा लाते थे. इससे पहले भी वह दो-तीन बार गांजे की खेप ले जा चुके हैं. फिलहाल डीआरआइ गिरफ्तार तस्करों से इनके पूरे नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल करने में लगी हुई है. इनके आधार पर बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है.