नरकटियागंज (बेतिया) : भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा, नीतीश व मुलायम के साथ तीसरा मोरचा मंजूर नहीं है. सोमवार को नरकटियागंज में जनदावेदारी रैली में उन्होंने कहा, तीसरा मोरचा चुनाव के बाद जमीन पर बनेगा.
भाजपा को ताकत देने वाले नीतीश कुमार व मुजफ्फरनगर के दंगे को रोकने में असफल मुलायम सिंह तीसरा मोरचा के विकल्प नहीं हो सकते. नीतीश कुमार कहते हैं, वे वामपंथियों के दोस्त हैं, जब नीतीश कुमार लालू से अलग हुए थे, तब भी उन्होंने यह बात कही थी. वे सत्रह साल तक भाजपा को मजबूत करते रहे.
माले महासचिव ने कहा, मुजफ्फरनगर के दंगे का कोई कारण नहीं था. सिर्फ वोट के लिए मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ. वह भी उतर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार रहते. लालू प्रसाद भी जब जेल से बाहर आये, तो उन्होंने कहा कि हम माले से भी बात करना चाहते हैं, लेकिन जिस कांग्रेस को पूरे देश ने अस्वीकार कर दिया, लालू उसी कांग्रेस से चिपके हुए हैं.
राष्ट्रीय महासचिव ने बारी- बारी से लगभग सभी दलों को खरी-खोटी सुनायी. कहा कि इस बार चुनाव का मुद्दा आम आदमी का मुद्दा होगा. उन्होंने कहा, दिल्ली चुनावों से ये साफ हो गया है.
श्री भट्टाचार्य ने कहा, कहीं कोई विस्फोट हो जाये तो शक के आधार पर अल्पसंख्यक जवानों को पकड़ा जाता है. समझौता एक्सप्रेस समेत पांच ऐसे मामले हैं, जिनमें आरएसएस के स्वामी असीमानंद व प्रज्ञा ठाकुर जैसे लोग दोषी पाये गये. लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती कि वे किसी आरएसएस के कार्यकर्ता के घर में घुस सके.
यदि कोई दोषी हो तो भारत का संविधान उसे दंडित करे, लेकिन सिर्फ शक के आधार पर मुसलमानों को दंडित करने का सिलसिला बंद होना चाहिए. कार्यक्रम को राज्य स्थायी समिति सदस्य वीरेंद्र गुप्ता, सुधीर राव, विष्णुदेव, दयानंद द्विवेदी आदि ने भी संबोधित किया.