लखनौर (मधुबनी) : दिव्य ज्योति संस्थान नूर महल के संस्थापक महेश झा उर्फ आशुतोष महाराज के बेटे दिलीप झा ने अनशन तोड़ दिया है. उन्होंने पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के आश्वासन पर अनशन तोड़ा है. सुशील मोदी ने कहा कि वह आशुतोष महाराज के शरीर को मधुबनी लाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से बात करेंगे. साथ ही वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इस संबंध में पहल की करने की मांग की. इसके बाद दिलीप झा व दो अन्य लोगों ने अपना अनशन खत्म कर दिया. तीनों लोग पिछले तीन दिनों से अनशन पर बैठे थे. इससे पहले रविवार की सुबह लखनौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक ने तीनों अनशनकारियों के स्वास्थ्य की जांच की थी.
दिव्य ज्योति संस्थान, नूर महल के संस्थापक महेश झा उर्फ आशुतोष महाराज के पार्थिव शरीर को गांव लाने की मांग को लेकर उनके पुत्र व परिजन अनशन पर बैठे हैं. अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा. अनशन पर बैठे दिलीप झा, रमेश झा व डॉ मोहन के स्वास्थ्य में गिरावट आयी है. रविवार की सुबह लखनौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक ने तीनों अनशनकारियों के स्वास्थ्य की जांच की.
इधर, अनशन के समर्थन में आशुतोष महाराज के अनुयायी लखनौर आने लगे हैं. वहीं, दिलीप झा ने कहा है कि हमें पिता का पार्थिव शरीर चाहिए. मुझे दिव्य ज्योति संस्थान की एक हजार करोड़ की संपत्तियों से लेना-देना नहीं है. एक मात्र पुत्र होने के नाते मैं अपना कर्तव्य निभाना चाहता हूं. डीएम लोकेश कुमार सिंह ने लखनौर गांव के मामले व दिलीप झा की मांग का पत्र सरकार को भेजा है.
साथ ही झंझारपुर के एसडीओ को लखनौर गांव के हालात पर निगरानी रखने का निर्देश भी दिया है. इसके अलावा अनशन में शामिल होनेवालों की वीडियोग्राफी कराने को कहा गया है. इधर, गांव में प्रशासनिक अधिकारियों का आना-जाना बढ़ गया है. रविवार को भी झंझारपुर के एसडीओ निर्मल कुमार व डीएसपी अंजली कुमार ने लखनौर गांव पहुंच कर हालात का जायजा लिया. उन्होंने अनशनकारियों समेत अन्य ग्रामीणों से अपनी बातों को शांतिपूर्वक रखने की अपील की. साथ ही इसके राजनीतिकरण नहीं करने की अपील भी की है. गांव में पुलिस बल व दंडाधिकारी के साथ मेडिकल टीम कैंप कर रही है.