मिथिलेश
मिथिलांचल की तीनों सीटों के लिए किसी भी दल का उम्मीदवार फाइनल नहीं
पटना : लोकसभा चुनाव की घोषणा इसी माह होनी है, लेकिन मिथिलांचल की तीन सीटों दरभंगा, मधुबनी व झंझारपुर के उम्मीदवारों के नाम पर सहमति नहीं बन पायी है. तीन प्रमुख पार्टियां जदयू, भाजपा व राजद एक-दूसरे की टोह ले रही हैं. इस बार जदयू तीनों सीटें झटक लेने की कोशिश कर रहा है. उसके निशाने पर भाजपा है. दरभंगा व मधुबनी सीट पर भाजपा का कब्जा है.
मंगनी का टिकट कटेगा
2009 के चुनाव में झंझारपुर सीट जदयू के खाते में गयी थी. लेकिन, यहां के सांसद मंगनी लाल मंडल पार्टी से निलंबित हैं. बगावती तेवर के कारण उनका टिकट कटना तय है. पार्टी अपनी इस सीट को हासिल करने के लिए सामाजिक समीकरणों को टटोल रही है. माना जा रहा है कि इस सीट पर किसी अति पिछड़े उम्मीदवार की तलाश है.
हालांकि, सब कुछ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नौ फरवरी के जनता दल परिवार के एकता मिशन पर टिकी है. जिले में पुराने जनता दल परिवार के कई नेता हैं, जिनकी कभी यहां धमक थी. वैसे जदयू का आंतरिक निर्णय दरभंगा, मधुबनी और झंझारपुर में एक पर अति पिछड़ा, एक पर ब्राह्मण व एक सीट पर अल्पसंख्यक उम्मीदवार उतारने की है.
राजनीतिक दलों के अब तक पत्ते नहीं खुलने से मतदाता भी चुप हैं. जदयू के भीतर भी कई तरह की चर्चा है. ब्राह्मण उम्मीदवारों में संजय झा व भाजपा के विधायक विजय कुमार मिश्र के नाम लिये जा रहे हैं. पूर्व विधान पार्षद संजय झा दरभंगा, मधुबनी व झंझारपुर में किस सीट से उम्मीदवार होंगे, अभी तय नहीं है.